घटना की जानकारी पर तातारपुर थानाध्यक्ष पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच घटनास्थल का मुआयना कर वरीय अधिकारियों को सूचना देते हुए फॉरेंसिक जांच दल को भी बुला लिया। प्रारंभिक छानबीन में मामला आत्महत्या का पुलिस टीम ने बताया है.
धमाके में 15 लोगों की हुई थी मौत, भीषण था धमाका
तातारपुर थाना क्षेत्र के काजवलीचक में 3 मार्च 2022 की रात हुए भीषण धमाके में 15 लोगों की मौत हो गई थी। उस धमाके में साक्षी के पिता अशोक मंडल उर्फ गुड्डू को भी आरोपित पुलिस ने बनाया था। काजवलीचक धमाका कांड में जिंदा बचे पांच आरोपितों पर ट्रायल हो रहा है। सभी न्यायिक हिरासत में हैं.
दादा गयानंद मंडल की 1994 में हुई थी गिरफ्तारी, चला था टाडा केस
काजवलीचक निवासी साक्षी के दादा गयानंद मंडल की 1994 में गिरफ्तारी हुई थी. तब भागलपुर में विस्फोटकों की तस्करी और आतंकी गतिविधियों को हालांकि 1994 में ही पर लग गए थे. तब बड़े सीरियल धमाके की साजिश रचने की आ-सूचना पर हबीबपुर थाना क्षेत्र के बदरेआलमपुर निवासी मुहम्मद सलाउद्दीन को तीन मई 1994 को गिरफ्तार किया गया था, उसके पास से भारी मात्रा में घातक विस्फोटक बरामद किया गया था। जिनमें आरडीएक्स हाेने की बात जांच में सामने आई थी. उसके बाद उसी दिन पुलिस की विशेष टीम ने शहर के अलग-अलग जगहों से मुहम्मद तबरेज, मुहम्मद सऊद आलम की गिरफ्तारी हुई, फिर उनकी निशानदेही पर दस लोग गिरफ्तार किए गए थे। जिनमें लाल मुहम्मद, मुहम्मद शमशेर, गुलाम कादिर, मुहम्मद नौशाद, मुहम्मद इफ्तेखार, गुलाम बख्श और गयानंद मंडल शामिल थे.