Bihar: नागपंचमी पर शिवालयों और विषहरी माता मंदिर में उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, सपेरे नाग लेकर पहुंचे, भक्तों ने की विशेष पूजा

मुजफ्फरपुर :सावन महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मंगलवार को नागपंचमी पर्व श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया गया. सुबह से ही मुजफ्फरपुर के शिवालयों और ग्रामीण क्षेत्रों के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. विशेषकर गोबरसही पकड़ी गांव के पकड़ी पेठिया स्थित विषहरी माता मंदिर में पूजा-अर्चना का आयोजन हुआ, जहां श्रद्धालुओं ने भगवान शिव और नाग देवता को दूध और धान का लावा अर्पित कर सुख-समृद्धि और सर्पदोष से मुक्ति की कामना की.

Advertisement

बाबा गरीबनाथ मंदिर, नंदपुरी, बीबीगंज, अहियापुर, भिखनपुर और पुरानी बाजार के मंदिरों में सुबह 5 बजे से ही भक्तों की भीड़ जुटने लगी थी. महिलाएं और पुरुष सिर पर पूजा की थाली लिए कतारबद्ध होकर मंदिर पहुंचे और पूरे विधि-विधान से नाग देवता की पूजा की.विषहरी माता मंदिर में आसपास के गांवों से आए सपेरे नाग लेकर पहुंचे. श्रद्धालुओं ने सपेरों से नागों को दूध पिलाया, धान का लावा चढ़ाया और उनकी पूजा की। मान्यता है कि नागपंचमी के दिन नागों की पूजा करने से सर्पदोष से मुक्ति मिलती है और परिवार में सुख-शांति बनी रहती है.

बीबीगंज की श्रद्धालु रीता देवी ने बताया कि वे हर साल नागपंचमी पर नाग देवता की पूजा करती हैं. इस बार भी दूध और लावा अर्पित किया है. वहीं, सकरा से आए सपेरा बाबूलाल ने बताया कि वे 15 किलोमीटर दूर से नाग लेकर आए हैं.  उन्होंने बताया कि जिन नागों को वे पूजा के लिए लाते हैं, उनके विषदंत पहले ही निकाल दिए जाते हैं, जिससे किसी को कोई खतरा नहीं होता.यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि परंपरागत सपेरों की जीविका का भी साधन बनता है.

Advertisements