बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान बस होने ही वाला है ऐसे में समस्तीपुर से एक नया विवाद सामने आया है. 5 अक्टूबर को विभूतिपुर विधानसभा क्षेत्र के पतेलिया में CPI(M) विधायक अजय कुमार के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन हुआ.
विरोध में शामिल थीं दिवंगत CPI(M) विधायक रामदेव वर्मा की पत्नी मंजू वर्मा और उनके समर्थक. उन्होंने न केवल अजय कुमार के खिलाफ नारेबाजी की बल्कि जूते की माला पहनाने की धमकी भी दी. इस घटना ने चुनावी माहौल को और अधिक गर्म कर दिया है.
विवाद की शुरुआत और विरोध प्रदर्शन
मंजू वर्मा ने साफ किया कि उनका विवाद CPI(M) से नहीं बल्कि वर्तमान विधायक अजय कुमार से है. उनका आरोप था कि अजय कुमार ने कभी उनके पति को जूते की माला पहनाई थी और अब वही जवाब उन्हें मिलेगा. उन्होंने अपने समर्थकों को निर्देश दिया कि यदि अजय कुमार क्षेत्र में किसी बैठक या कार्यक्रम के लिए आएं तो उन्हें भी जूते की माला पहनाई जाए. विरोध के दौरान मंजू वर्मा ने कुर्सी पर रखी सभी फूलों की मालाएं उठाकर फेंक दीं और कार्यक्रम को बाधित करने की कोशिश की.
विधायक अजय कुमार का शांतिपूर्ण रवैया
जब अजय कुमार कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, तो विरोध और नारेबाजी और तेज हो गई. मंजू वर्मा और उनके समर्थक जोर-जोर से नारेबाजी करते रहे और अपशब्द भी बोले. इस स्थिति को देखते हुए अजय कुमार ने किसी तरह का जवाब दिए बिना शांतिपूर्वक कार्यक्रम स्थल छोड़ दिया. उनके शांतिपूर्ण रवैये ने स्थिति को पूरी तरह से नियंत्रण में नहीं रखा, लेकिन किसी बड़ी झड़प को टालने में मदद मिली.
सोशल मीडिया और राजनीतिक असर
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में मंजू वर्मा अपने पुराने गुस्से और अजय कुमार के खिलाफ विरोध स्पष्ट रूप से दिखाती नजर आ रही हैं. राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटना विभूतिपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रुख को प्रभावित कर सकती है. साथ ही, यह पूरे समस्तीपुर जिले में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच चल रहे तनाव को भी उजागर करती है. आगामी दिनों में इस विवाद का असर चुनावी रणनीति और जनता के मत पर देखने को मिल सकता है.