पटना : पटना के धनरूआ थाना क्षेत्र के जियाउद्दीन चक गांव में रविवार देर रात एक सनसनीखेज घटना हुई, जहां घर से खींचकर पिता-पुत्र का अपहरण कर लिया गया. सोमवार सुबह बेटे दीपक पासवान का शव दरधा नदी के पास झाड़ियों में मिला, जबकि पिता राजेंद्र पासवान का अब तक कोई पता नहीं है.पुलिस के मुताबिक, यह घटना बदले की भावना से की गई है. रविवार दिन में इसी गांव के राहुल को गोली मारकर घायल किया गया था, जिसके बाद दोनों गुटों के बीच तनाव और बढ़ गया। गांव में सन्नाटा और डर का माहौल है, कुछ परिवार सुरक्षा के भय से गांव छोड़ रहे हैं.
घटना के बाद सिटी SP पश्चिम परिचय कुमार और मसौढ़ी SDPO कमल मीणा के नेतृत्व में 200 पुलिसकर्मी गांव में तैनात हैं. लापता राजेंद्र पासवान की खोज के लिए SDRF की टीम दरधा नदी में तलाशी अभियान चला रही है.मृतक के भाई विपिन पासवान ने आरोप लगाया कि जनवरी 2025 में उनके चाचा धर्मवीर पासवान की हत्या भी गोली मारकर की गई थी, जिसमें विजय यादव और कालू यादव का नाम आया था। अब वही आरोपी, लोरी यादव और कारू यादव के साथ उनके घर पहुंचे और पिता-पुत्र को जबरन उठा ले गए.
विपिन के अनुसार, अपहरण की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गई, लेकिन धनरूआ थाना ने समय रहते कोई ठोस कार्रवाई नहीं की.उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपी गांव में शराब का धंधा करते हैं और विरोध करने वालों पर सामूहिक हमला करते हैं.ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में दबंगई और मारपीट की घटनाएं आम हो गई हैं. तनाव को देखते हुए गांव में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है और पुलिस शांति व्यवस्था बनाए रखने का प्रयास कर रही है.