भागलपुर: जिले के नाथनगर प्रखंड में प्रशासनिक उदासीनता और जनप्रतिनिधियों की मनमानी से बाढ़ पीड़ितों का हाल बेहाल है. बृहस्पतिवार को सैकड़ों की संख्या में बाढ़ पीड़ितों ने नाथनगर प्रखंड कार्यालय का घेराव किया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. ग्रामीणों का आरोप है कि उन्हें न तो कोई राहत मिल रही है और न ही उनकी समस्याएं सुनी जा रही हैं. गोसाई दासपुर पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि वे अपनी समस्याओं को लेकर जब मुखिया पिंकी देवी और उनके प्रतिनिधि सच्चो मंडल के पास जाते हैं, तो उन्हें प्रखंड कार्यालय भेज दिया जाता है. बीते 10 दिनों से लगातार वे प्रखंड कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन वहां सीओ साहब द्वारा उन्हें भगा दिया जाता है.
इसी तरह रान्नुचक पंचायत के लोगों ने भी प्रशासन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए. उनका कहना है कि जब वे मुखिया मुकेश राय के पास जाते हैं तो वे साफ शब्दों में कह देते हैं कि “हमारे पास कुछ नहीं है, ब्लॉक जाओ।” लेकिन जब पीड़ित ब्लॉक पहुंचते हैं, तो वहां सीओ साहब धक्का मारकर बाहर निकाल देते हैं. बाढ़ जैसी आपदा में जहां सरकार द्वारा राहत पहुंचाने की बातें कही जाती हैं, वहीं जमीनी हकीकत इसके उलट है.
प्रशासनिक लापरवाही और जनप्रतिनिधियों की गैर-जिम्मेदाराना रवैये ने बाढ़ पीड़ितों को दर-दर भटकने पर मजबूर कर दिया है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द राहत नहीं मिली तो वे उग्र आंदोलन करेंगे.