बिहार: तालाब में डूबने से मां-बेटी समेत चार की मौत, एक-दूसरे को बचाने में गई जान; मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने शव ले जाने से रोका

औरंगाबाद: औरंगाबाद जिले के कासमा थाना क्षेत्र अंतर्गत ठेकही गांव में गुरुवार को दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार की मां और दो बेटियों की तालाब में डूबने से मौत हो गई. वहीं, एक अन्य घटना में बकरी चराने गए किशोर की भी तालाब में डूबकर जान चली गई. इन घटनाओं से पूरे क्षेत्र में मातम छा गया है और ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है.

घटना उस वक्त हुई जब अखिलेश यादव की 10 वर्षीय बेटी रिंकी कुमारी तालाब के पास पैर धो रही थी और अचानक उसका पैर फिसल गया. वह तालाब में गिरकर डूबने लगी। उसे बचाने के लिए बड़ी बहन प्रतिमा देवी (25) ने छलांग लगा दी, लेकिन वह भी डूबने लगी.मां अनिता देवी (45) ने भी बेटियों को बचाने के लिए तालाब में छलांग लगाई.अफसोस की बात यह रही कि तीनों की जान चली गई।घटना की सूचना मिलते ही मदनपुर प्रखंड के उप प्रमुख प्रतिनिधि उदय यादव मौके पर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी. कासमा थाना की टीम गांव पहुंची. ग्रामीणों की मदद से तीनों शवों को तालाब से बाहर निकाला गया.

इसी दिन एक अन्य घटना में पातीं गांव के सुजीत विश्वकर्मा का 16 वर्षीय पुत्र शैलेश कुमार बकरी चराने के दौरान तालाब में डूब गया, जिससे उसकी मौत हो गई.घटनाओं के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. मृतक प्रतिमा देवी की शादी तीन साल पहले खुटीडीह गांव निवासी कपिल यादव से हुई थी.उसका दो साल का बेटा है। वहीं, अनिता देवी के पति अखिलेश यादव गुजरात में निजी कंपनी में काम करते हैं और घटना की सूचना मिलते ही घर लौटने के लिए रवाना हो गए हैं.ग्रामीणों ने घटना के बाद आक्रोश जताते हुए मुआवजे की मांग की और पुलिस को शवों को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने से रोक दिया.मौके पर पहुंचे मुखिया प्रतिनिधि जैनुल अंसारी ने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया.इस संबंध में अंचलाधिकारी भारतेंदु सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम और कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद सरकार की ओर से मिलने वाला मुआवजा दिया जाएगा.

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