बिहार: कामिनी विद्यालय का गेट न खुलने से छात्राएं 20–30 मिनट तक बाहर खड़ी

जमुई : जिले के प्लस टू परियोजना कामिनी विद्यालय मलयपुर में छात्राओं को रोजाना सुबह स्कूल गेट खुलने का इंतजार करना पड़ता है. नियम के अनुसार विद्यालय का गेट सुबह 9:30 बजे तक खुल जाना चाहिए, लेकिन परिचारी मीना कुमारी की लापरवाही के कारण छात्राओं को रोजाना 20 से 30 मिनट तक बाहर खड़े रहना पड़ता है.

विद्यालय में 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं संचालित होती हैं। यहां कुल 422 छात्राओं का नामांकन है, जिनमें से प्रतिदिन लगभग 300 छात्राएं उपस्थित रहती हैं. स्कूल की चाबी परिचारी मीना कुमारी के पास रहती है.आरोप है कि वह समय पर स्कूल नहीं आती, जिसके कारण छात्राओं को गेट के बाहर इंतजार करना पड़ता है.विद्यालय के प्रधानाध्यापक जितेंद्र सिंह ने बताया कि परिचारी के खिलाफ विभाग को कई बार लिखित शिकायत की गई है. शिकायतों पर कार्रवाई भी हुई है और एक समय उनका वेतन तक बंद कर दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद उनके व्यवहार में कोई सुधार नहीं आया.ग्रामीणों ने बुधवार को विद्यालय का गेट बंद होने का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया है. ग्रामीणों का कहना है कि बड़ी बच्चियों को गेट के बाहर छोड़कर जाना अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बनता है. देर से गेट खुलने के कारण छात्राओं की पढ़ाई पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है.

इस मामले पर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (DPO) नीतीश कुमार ने कहा है कि उन्हें घटना की जानकारी मिली है. उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले की जांच करवाई जाएगी और दोषी के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी. ग्रामीणों का कहना है कि अगर स्थिति में जल्द सुधार नहीं हुआ तो वे शिक्षा विभाग से सामूहिक रूप से शिकायत करेंगे. उनका कहना है कि बच्चियों की सुरक्षा और शिक्षा दोनों से कोई समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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