Bihar: लैंड फॉर जॉब घोटाले मामले में आज यानी मंगलवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई. इस मामले में कोर्ट ने आरोपियों को पेश होने के लिए कहा था, जिसके बाद लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव और हेमा यादव कोर्ट में पेश हुईं. इस मामले में लालू परिवार को बड़ी राहत मिली है. राउज एवेन्यू कोर्ट ने सभी आरोपियों को जमानत दे दी है. कोर्ट ने आरोपियों को 50 हजार रुपये मुचलके और इतनी ही राशि के एक सिक्योरिटी बॉन्ड के साथ राहत दी है.
राउज एवेन्यू कोर्ट ने कहा कि इस मामले में लालू व तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारती समेत 8 आरोपियों को पेश होने की जरूरत नहीं है. क्योंकि वो CBI की पहली और दूसरी चार्जशीट में पेश हो चुके हैं. पिछली सुनवाई में राउज एवेन्यू कोर्ट ने संज्ञान लिया था. आरोपियों को 11 मार्च को अदालत में पेश होने का निर्देश दिया गया था. कोर्ट ने हेमा, तेज प्रताप यादव व अन्य को समन भेजा था.
लैंड फॉर जॉब घोटाले मामले में लालू परिवार समेत 103 लोग आरोपी हैं. इससे पहले CBI ने कोर्ट में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी.
लालू परिवार के पांच सदस्य आरोपी
लैंड फॉर जॉब मामले में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और और आरजेडी लालू प्रसाद यादव के परिवार के पांच सदस्य आरोपी हैं. इनमें लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनके बेटे तेजस्वी यादव, और उनकी दो बेटियां मीसा भारती और हेमा यादव शामिल हैं.
क्या है पूर मामला मामला
दरअसल पूरा मामला 2004 से 2009 के बीच का है उस समय लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री हुआ करते थे. आरोप के मुताबिक लालू यादव के मंत्री रहते हुए रेलवे में नौकरी लगवाने के बदले में आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए थे. आरोप यह भी लगा कि आवेदकों से जो जमीनें ली गई हैं उसे लालू की पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारत के नाम पर लिया गया. केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस घोटाले में पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव के खिलाफ केस चलाने की मंजूरी मांगी थी, गृह मंत्रालय ने मंजूरी दे दी थी.