पटना : बिहार विधानसभा सत्र से पहले राज्य सरकार ने शिक्षकों को एक बड़ी राहत देते हुए अंतर जिला स्थानांतरण (Inter-District Transfer) को लेकर एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. यह फैसला उन शिक्षकों के लिए उम्मीद की किरण बनकर आया है, जो हाल ही में हुए स्थानांतरण प्रक्रिया से असंतुष्ट थे या जिनकी नियुक्ति मनपसंद जिलों में नहीं हो पाई थी.मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर बड़ी घोषणा की. उन्होंने बताया कि शिक्षकों के स्थानांतरण को लेकर राज्य सरकार को विभिन्न स्रोतों से सुझाव प्राप्त हो रहे थे. इन सुझावों की समीक्षा करते हुए उन्होंने शिक्षा विभाग को स्पष्ट निर्देश दिया है कि अंतर जिला स्थानांतरण से संबंधित शिक्षकों से तीन जिलों का विकल्प लिया जाए. इसके बाद उन्हीं विकल्पों में से किसी एक जिले में उनका पदस्थापन किया जाएगा.
इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जिलों के भीतर पदस्थापन का कार्य संबंधित जिले के जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जाएगा. इस प्रक्रिया में यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शिक्षकों को यथासंभव उनकी पसंद के प्रखंडों या उनके निकट के क्षेत्रों में ही तैनाती मिले.
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों से अपील की कि वे चिंतित न हों और बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए समर्पित भाव से कार्य करते रहें. उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक समाज की रीढ़ होते हैं और उनकी संतुष्टि से ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित की जा सकती है.यह निर्णय न सिर्फ शिक्षकों को मानसिक शांति देगा, बल्कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था को भी सुदृढ़ बनाएगा.