बिहार: दरभंगा जिले के बहेड़ी प्रखंड मुख्यालय स्थित धरना स्थल पर वृहस्पतिवार को मिथिला विकाश संगठन के द्वारा तीन सूत्री मांग को लेकर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू किया गया. इसमें पहली मांग बहेड़ी प्रखंड के सभी पंचायत में भीषण पेयजल संकट से मुक्त कराया जाय एवं दोषी जूनियर इंजीनियर को तुरंत निलंबित किया जाय. दूसरी मांग गंगदह महादलित टोला से मिटुनिया पिपल पेड़ तक सड़क निर्माण कराया जाय और सगुनिया घाट पर पुल का निर्माण अभिलंब कराया जाए और तीसरी मांग है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बहेड़ी में लगे एक्स-रे मशीन और अल्ट्रासाउंड मशीन सुचारु रूप से चालू किया जाय.
अनशन स्थल पर मौजूद अनशनकारी ने एक स्वर में आंदोलन का समर्थन किया और प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो संघर्ष और तेज होगा. वहीं समाजसेवी कालीचरण यादव ने कहा कि यह आंदोलन किसी व्यक्ति विशेष का नहीं बल्कि जन-जन का आंदोलन है. अगर प्रशासन तुरंत कार्रवाई नहीं करता, तो यह संघर्ष और व्यापक होगा. हमारे समाज का सबसे वंचित तबका हर रोज परेशानी झेल रहा है. पानी और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधा से हमें वंचित रखना सीधा अन्याय है और इसके खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी.
वहीं विकास फूल ने कहा सड़क और पुल बनने से शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों में क्रांति आएगी. आज बच्चे और मरीजों को लंबी दूरी तय करनी पड़ती है. यह अन्याय अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मौके पर संगठन के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ने भोला यादव ने कहा की आंदोलन किसी व्यक्ति विशेष का नहीं बल्कि जन-जन का आंदोलन है. अगर प्रशासन तुरंत कार्रवाई नहीं करता, तो यह संघर्ष और व्यापक होगा. हमारे समाज का सबसे वंचित तबका हर रोज परेशानी झेल रहा है.
पानी और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधा से हमें वंचित रखना सीधा अन्याय है और इसके खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी. मौके पर समाजसेवी कालीचरण यादव, भोला यादव, रंजीत कुमार यादव, नारायण यादव, अरविंद कुमार यादव, कमल किशोर, रंजीत साहु, सतेंद्र यादव, पंकज महतो, जीबछ मांझी, सुरेश राम, लालू यादव, विपिन भास्कर सहित दर्जनों लोग मौजूद थे.