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Bihar: मदरसे के छात्रों का डेटा जुटा रही मोदी सरकार, क्या है अपार आईडी, छात्रों को क्या होंगे फायदे…

Bihar: केन्द्रीय एवं नवोदय विद्यालयों के कक्षा 9 से 12 तक के विद्यार्थियों की तरह अब बिहार राज्य के सीवान जिले के सभी मदरसा और निजी स्कूलों के बच्चों की ‘अपार’ यूनिक आईडी बनाई जाएगी. 12 अंकों का ‘अपार’ ( ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री ) आईडी आधार से लिंक होगा. इसका वन नेशन- वन स्टूडेंट आईडी के तौर पर उपयोग किया जा सकेगा. जिसमें छात्रों की शैक्षिक परिलब्धियों समेत अन्य रिकॉर्डों का विवरण दर्ज होगा. यह कार्ड बेसिक से लेकर माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थियों के लिए बनाया जाएगा.

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“अपार” आईडी आधार से होगा लिंक

इसकी सफलता के लिए समग्र शिक्षा अभियान के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी के निर्देश पर मैरवा बीआरसी सभागार में निजी विद्यालयों और मदरसा के प्रभारी व संचालकों को ‘अपार’ आईडी कार्ड बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षण के दौरान एमआईएस प्रभारी नरेश जैसवाल ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार के निर्देश पर एक राष्ट्र एक स्टूडेंट आईडी के तौर पर मदरसे और निजी विद्यालयों के छात्रों का 12 अंक का एक आईडी जेनरेट किया जा सकेगा. जिसमें छात्रों की शैक्षणिक जानकारी समेत अन्य रिकॉर्डों का विवरण इसमें में अपलोड रहेगा.

स्टूडेंट्स का एकेडिमक- स्किल्स जानकारी होगी मौजूद

‘अपार’ आईडी कार्ड बनाने के पीछे उद्देश्य यह है कि सभी स्टूडेंट्स का एकेडिमक से लेकर, स्पोर्ट्स, स्किल्स से लेकर हर छोटी बड़ी- जानकारी एक जगह मौजूद होगी. इसके साथ ही, एग्जाम रिजल्ट, एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिवटीज, ओलिंपियाड या फिर अगर किसी स्पोर्ट्स में नेशनल या इंटरनेशनल लेवल पर कोई जीत हासिल की है तो इस बारे में भी डिटेल मौजूद होगी.

प्रशिक्षण में ये रहे मौजूद

प्रशिक्षण में बीआरपी अभिषेक कुमार, अनुराग कुमार, पुनीत कुमार, प्रियंका कुमारी सहित अन्य प्रधान शिक्षक मौजूद रहे.

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