मुजफ्फरपुर: श्री कृष्ण चिकित्सा अस्पताल (SKMCH) के इमरजेंसी वार्ड से बुधवार को पांच लाख रुपए से अधिक की दवा चोरी होने की चर्चा दिनभर सुर्खियों में रही. हालांकि, चोरी की सूचना अस्पताल प्रशासन तक नहीं पहुंच सकी. अस्पताल के प्राचार्य सह अधीक्षक और उपाधीक्षक ने इस मामले से अनभिज्ञता जताई है.उपाधीक्षक डॉ. सतीश कुमार सिंह ने बताया कि अगर घटना हुई होती तो इसकी जानकारी उनके स्तर तक जरूर पहुंचती. उन्होंने कहा कि जहां तक सीसीटीवी फुटेज देखने का सवाल है, अस्पताल प्रशासन बिना पुलिस की अनुमति इसे नहीं देख सकता, फिर भी अपने स्तर से मामले की पड़ताल करेंगे.
अहियापुर थाना प्रभारी ने भी चोरी की घटना के संबंध में कहा कि अभी तक थाने में कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है. एक अस्पताल कर्मचारी ने बताया कि चोरी की आशंका में शामिल दवाओं में भारी मात्रा में एंटीबायोटिक, इन्फ्यूजन, पीसीएम, गैस की दवा, सिरिंज, ग्लब्स और दर्द निवारक दवाएं शामिल हैं.
सूत्रों की मानें तो चोरी में अस्पताल कर्मियों की मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है. यह भी संदेह है कि चोरी की गई दवाओं को निजी नर्सिंग होम में बेचा गया। पुलिस का कहना है कि जिस कर्मचारी पर शक है, उसने एसकेएमसीएच के बाहर अपना निजी नर्सिंग होम खोला है. फिलहाल, पुलिस और अस्पताल प्रशासन मामले की जांच शुरू कर चुके हैं और जल्द ही आरोपी तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. घटना ने अस्पताल में सुरक्षा की laxity पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं, वहीं मरीजों और कर्मचारियों में भी चिंता का माहौल बना हुआ है.