पश्चिम चंपारण: चंपारण के मझौलिया प्रखंड के माधोपुर मलाही टोला में मंगलवार की देर शाम महाबीरी झंडा मेला में खाए गए दूषित खाद्य पदार्थों से गांव में अफरा-तफरी मच गई.मेले में पानी पूड़ी, चाट और चौमीन खाने के बाद सैकड़ों बच्चे व परिजन अचानक बीमार पड़ गए. पीड़ितों में अधिकांश संख्या बच्चों की है और कई की हालत गंभीर बनी हुई है.स्थानीय लोगों के अनुसार, मेले में लगे स्टॉलों पर बच्चों और महिलाओं ने चाट-पकौड़ी, पानी पूड़ी और चौमीन आदि का सेवन किया था.रात में ही उल्टी, दस्त, पेट दर्द और बेहोशी जैसे लक्षण तेजी से सामने आने लगे.देखते ही देखते बीमारों की संख्या सैकड़ों में पहुंच गई और पूरा टोला दहशत में आ गया.
घटना की सूचना मिलते ही परिजन बीमारों को निजी क्लिनिकों और मझौलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां कई लोगों को भर्ती किया गया. सूचना मिलते ही स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंची और बीमारों की जांच व प्राथमिक उपचार शुरू किया गया.डॉक्टरों ने सुई और दवाओं के जरिए तत्काल राहत देने की कोशिश की,कई बच्चे अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं.गांव के प्रभात कुमार, अभिनंदन कुमार और कर्मचंद्र चौधरी ने बताया कि बीमारों में सोनी कुमारी, प्रीति कुमारी, जिज्ञासा कुमारी, आदित्य कुमार, सत्यम कुमार, दीप कमल कुमार, गीता देवी, प्रियंका कुमारी, रश्मि कुमारी, प्रियांशी कुमारी समेत सैकड़ों नाम शामिल हैं. पूरे गांव में भय और चिंता का माहौल है.
ग्रामीणों ने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच की मांग की है. लोगों को आशंका है कि मेले में परोसा गया भोजन बासी या दूषित था. यह घटना गांव में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में खाद्य विषाक्तता की है, जिससे लोग सकते में हैं.