बिहार: जमुई में राष्ट्रीय खेल दिवस पर खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों का सम्मान, स्मृतिशेष बागेश्वरी सिंह को किया गया याद

जमुई: पूरे देश के साथ-साथ जमुई जिले में भी 14वां राष्ट्रीय खेल दिवस बड़े उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया. इस अवसर पर आवासीय सैनिक पब्लिक स्कूल ऊझंडी सहित जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया.विशेष आयोजन के तहत जमुई स्थित साधना पैलेस में सुप्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता कुमार सुदर्शन सिंह ने जिले के खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को सम्मानित कर एक प्रेरक उदाहरण प्रस्तुत किया.कार्यक्रम की शुरुआत जमुई के महान खिलाड़ी एवं प्रशिक्षक स्मृतिशेष बागेश्वरी सिंह को तैलचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देने से हुई.

राष्ट्रीय खेल दिवस की महत्ता को याद दिलाते हुए बताया गया कि वर्ष 2012 से सम्पूर्ण भारत में प्रत्येक 29 अगस्त को यह दिवस हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्म दिवस पर मनाया जाता है. मेजर ध्यानचंद ने 1928, 1932 और 1936 के ओलंपिक में भारत को स्वर्ण पदक दिलाकर देश का नाम रोशन किया था.समारोह में एथलेटिक्स, क्रिकेट, फुटबॉल, जैवलिन थ्रो, बैडमिंटन, खो-खो, रग्बी, कराटे और स्केटिंग समेत विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को अंगवस्त्र और मोमेंटो भेंटकर सम्मानित किया गया.सम्मानित खिलाड़ियों में मनीष कुमार, रौशन कुमार, सुरेन्द्र कुमार, किशु सिंह, मनीष सिंह और मिथुन कुमार प्रमुख रहे.

इस मौके पर आशुतोष कुमार, ज्योति कुमारी, सुमित कुमार, कृष्णा पासवान, कुन्दन सिंह, ओमप्रकाश शर्मा, अनुज कुमार, ललन कुमार, शिवशंकर तांती समेत जिले के कई खेलप्रेमी उपस्थित रहे.अपने संबोधन में कुमार सुदर्शन सिंह ने कहा कि खेल केवल शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी नहीं, बल्कि यह अनुशासन, टीम भावना और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक भी हैं. उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर जिले और राज्य का नाम रोशन करें.कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ. उपस्थित सभी लोगों ने इस पहल की सराहना की और वर्षो से सामाजिक कार्यों में योगदान देने के लिए कुमार सुदर्शन सिंह को धन्यवाद दिया.

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