बिहार में अपराधियों पर नकेल की शुरुआत कर दी गई है. के एडीजी नैयर हसनैन खान ने कहा है कि नक्सली, अपराधी, माफिया समेत अन्य सभी कुख्यात अपराधियों की अवैध संपत्ति जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसमें पीएमएलए के तहत कार्रवाई करने के लिए 52 अपराधियों की संपत्ति जब्ति का प्रस्ताव ईडी को भेजा गया है. कइयों पर कार्रवाई शुरू हो गई है.
राज्य सरकार की ओर से यह सूबे में व्यापक स्तर पर कवायद मानी जा रही है. अवैध तरीके से अकूत संपत्ति जमा करने वाले अपराधियों का पूरा विवरण प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को भेजा गया है. ताकि इन पर पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट) के तहत सख्त कार्रवाई की जा सके. इसमें परमादी मिलर, बालू माफिया, शराब तस्कर, साइबर अपराधी, जमीन माफिया, ठगी समेत अन्य श्रेणी के अपराधी शामिल
शराब तस्करी के अपराधी सबसे ज्यादा
जिन अपराधियों की संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव भेजा गया है. इनमें सर्वाधिक 18 की संख्या शराब के अवैध कारोबार में शामिल तस्करों की है. इन सभी की 18 करोड़ 49 लाख रुपये की संपत्ति जब्ति का प्रस्ताव है. यह इन अपराधियों की अवैध संपत्ति का सरकारी मूल्य है. बाजार मूल्य इससे कहीं अधिक है. इसके बाद 10 बालू माफियाओं तथा हत्या, रंगदारी, इंट्री माफिया समेत अन्य अपराधों में शामिल 10 बड़े अपराधियों की संपत्ति जब्ति का प्रस्ताव है. इन दोनों तरह के अपराधियों की 23 करोड़ 85 लाख रुपये की संपत्ति दावं पर लगी है.
MLA समेत अन्य की संपत्ति जब्ती का प्रस्ताव
जिन कुख्यातों की संपत्ति पीएमएलए के अंतर्गत जब्त करने के लिए भेजा गया है उनमें विधायक अरूण यादव उर्फ अरूण सिंह, कुख्यात शराब तस्कर धीरेंद्र कुमार सिंह उर्फ धीरू, समस्तीपुर के ताजपुर का शराब तस्कर मुकेश सहनी, बांका के रजौन थाना का अवैध बालू खनन माफिया निलेश यादव, छोटू यादव, औरंगाबाद के कसमा का कुख्यात नक्सली प्रमोद मिश्रा उर्फ प्रमोदजी उर्फ बनबिहारी, किशनगंज के बालुचक्का का वाहन पासिंग माफिया गुलाम मुस्तफा के अलावा बेगूसराय के लोहियानगर थाना का प्रमादी मिलर शंभू साह, बांका का बालू माफिया विभिषण यादव, नक्सली प्रवेश कुमार मिश्रा उर्फ प्रवेश मिश्रा उर्फ प्रवेश राय शामिल हैं.