औरंगाबाद :औरंगाबाद जिले के चर्चित संजय सिंह हत्याकांड की गुत्थी आखिरकार सुलझ गई है. पुलिस ने इस मामले में फरार चल रहे दो और शातिर आरोपियों को गिरफ्तार कर केस का पूरी तरह से खुलासा कर दिया है. शुक्रवार को समाहरणालय स्थित पुलिस सभागार में सदर एसडीपीओ संजय कुमार पांडेय ने प्रेसवार्ता कर जानकारी दी कि यह हत्या राजनीतिक और चुनावी रंजिश का परिणाम थी.
गौरतलब है कि 30 नवंबर 2024 की शाम नबीनगर प्रखंड के माली थाना क्षेत्र स्थित सोनौरा के पास अंकोरहा पंचायत के पूर्व पैक्स अध्यक्ष संजय सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. प्रारंभिक जांच में ही मामला गंभीर साजिश का प्रतीत हुआ था, जिसके बाद वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान करते हुए पुलिस ने अब तक कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.हाल में गिरफ्तार किए गए दो आरोपियों में से एक है यूपी के जौनपुर का रहने वाला कुख्यात शूटर राहुल सिंह राजपूत, जिसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के विभिन्न थानों में हत्या, रंगदारी, फिरौती जैसे 31 मामले दर्ज हैं. दूसरा आरोपी मंटू यादव उर्फ पिंटू कुमार है, जो अंकोरहा गांव का ही निवासी है.
एसडीपीओ ने बताया कि यह हत्या पंचायत चुनाव की पुरानी दुश्मनी से जुड़ी थी.संजय सिंह का पंचायत क्षेत्र में पिछले 50 वर्षों से दबदबा था. लेकिन एक समय संजय गिरी ने अपनी पत्नी को पैक्स अध्यक्ष बनवाकर सिंह परिवार की पकड़ कमजोर की. हालांकि अगले चुनाव में संजय सिंह ने पलटवार करते हुए गिरी की पत्नी को हरा दिया और अपनी पत्नी को पैक्स अध्यक्ष बनवा दिया.इस हार से बौखलाए संजय गिरी और उसका अपराधी भाई राकेश गिरी ने संजय सिंह को रास्ते से हटाने की साजिश रची. राकेश की मुलाकात जेल में राहुल सिंह से हुई, जहां दोनों की दोस्ती हो गई. योजना बनाकर 30 नवंबर को संजय सिंह की कोर्ट से घर लौटते समय हत्या कर दी गई.अब तक मामले में संजय गिरी, राकेश गिरी, राहुल सिंह राजपूत और मंटू यादव सहित कुल 9 लोगों की संलिप्तता सामने आ चुकी है. सभी को जेल भेज दिया गया है और केस की जांच आगे जारी है.