सुपौल: सुपौल नगर परिषद का वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट शुक्रवार को ध्वनिमत से पारित कर दिया गया. मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा ने यह बजट पेश किया, जिसमें नगर के विकास और बुनियादी सुविधाओं के विस्तार पर विशेष जोर दिया गया है.
इस बजट में कुल 121 करोड़ 80 लाख रुपये के राजस्व और पूंजीगत प्राप्ति का अनुमान लगाया गया है. मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा ने कहा कि हमने इस बजट में सुपौल नगर के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता दी है. यह बजट न केवल बुनियादी सुविधाओं को मजबूत करेगा, बल्कि शहर को स्वच्छ और आधुनिक बनाने की दिशा में भी मील का पत्थर साबित होगा. हमने जनता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं तैयार की हैं और उनकी पारदर्शिता और समयबद्ध क्रियान्वयन को सुनिश्चित करेंगे. सड़क, नाला निर्माण, जलजमाव की समस्या से निजात, स्ट्रीट लाइट, वाटर फाउंटेन, विवाह भवन और एमआरएफ सेंटर जैसे प्रोजेक्ट नगर के बुनियादी ढांचे को सुधारने के लिए महत्वपूर्ण हैं. जनता के सहयोग से हम सुपौल नगर को विकास के नए आयाम तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. बैठक में उप मुख्य पार्षद रजिया प्रवीण, कार्यपालक पदाधिकारी देवर्षि रंजन सहित वार्ड पार्षद मौजूद थे. बैठक में पार्षदों ने भी अपने विचार रखे और नगर विकास की दिशा में मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया. पार्षदों ने नगर परिषद से यह आग्रह किया कि विकास योजनाओं को शीघ्र लागू किया जाए और कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए. कार्यपालक पदाधिकारी ने जानकारी दी कि बजट में शहरी गरीबों के कल्याण के लिए विशेष योजनाएँ शामिल की गई हैं. साथ ही, सड़क निर्माण और जल आपूर्ति जैसी आवश्यक सेवाओं को उच्च प्राथमिकता दी गई है.
उन्होंने कहा कि नगर परिषद नगरवासियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है. बैठक के दौरान नगर परिषद द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष के विकास कार्यों की रूपरेखा भी प्रस्तुत की गई. इसमें प्रमुख रूप से शहर की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने, नाले और जल निकासी की व्यवस्था में सुधार करने, प्रमुख सड़कों के चौड़ीकरण एवं मरम्मत, सार्वजनिक स्थलों पर रोशनी की उचित व्यवस्था और नगर के सौंदर्यीकरण से संबंधित कार्यों को शामिल किया गया. सुपौल नगर परिषद ने इस बजट के माध्यम से नागरिक सुविधाओं को उन्नत करने और शहर को आधुनिक बनाने का लक्ष्य रखा है. पार्षदों ने बजट प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की और नगर विकास के लिए मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया.
बैठक में पार्षदों ने नगर परिषद से यह भी आग्रह किया कि विकास योजनाओं को समयबद्ध तरीके से लागू किया जाए और कार्यों की गुणवत्ता को सुनिश्चित किया जाए. पार्षदों ने कहा कि नगर परिषद को आम जनता से भी सुझाव लेने चाहिए, ताकि विकास कार्यों में पारदर्शिता बनी रहे और जनता को अधिकतम लाभ मिल सके. इस बजट के पारित होने से सुपौल नगर के विकास को गति मिलने की उम्मीद है. नगर परिषद का उद्देश्य शहर को स्वच्छ, सुंदर और विकसित बनाना है, जिससे नागरिकों को बेहतर सुविधाएँ मिल सकें.