लहंगा पड़ा बहुत महंगा, दुल्हन को पसंद नहीं आया तो मंडप में ही दूल्हे को बना लिया बंधक; हुआ जमकर बवाल

बिहार के मुजफ्फरपुर में एक हैरान करने वाली घटना हुई है. यहां एक दुल्हन और उसके घर वालों ने शादी से मना करते हुए मंडप में ही दूल्हे को बंधक बना लिया. फेरों से ठीक पहले दूल्हे की ओर से लाए गए कपड़े दुल्हन को पसंद ना आने पर यह विवाद हुआ. बवाल बढ़ते देखकर बाराती तो भाग गए, लेकिन दुल्हन के घर वालों ने दूल्हे और उसके परिवार के करीब दर्जन भर लोगों को घेर कर मंडप में बैठा दिया. सूचना मिलने पर थोड़ी ही देर में पुलिस मौके पर पहुंची. इसके बाद काफी देर तक दोनों पक्षों को समझाया गया.

Advertisement

इसके बाद दूल्हे के पिता ने दुल्हन के पिता को शादी समारोह के आयोजन में हुए खर्च के रूप में 40 हजार रुपये दिए और बिना शादी किए ही बारात लेकर वापस लौट गए. मामला मुजफ्फरपुर के देवरिया कोठी थाना क्षेत्र के बंदी गांव का है. पुलिस के मुताबिक इस गांव में रहने वाले मोहन राम की बेटी आशा कुमारी की सोमवार को शादी थी. इसके लिए वैशाली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र क्षेत्र में एतवारपुर पकड़ी गांव से बारात आई थी. बड़े धूमधाम से जयमाल हुआ. बारातियों को नाश्ता और भोजन कराया गया.

दुल्हन ने किया शादी से इनकार

इसके बाद मंडप में फेरों की तैयारी होने लगी. इसके लिए दूल्हा विकास कुमार आकर बैठा. इतने में उसके परिजनों ने दुल्हन के लिए लहंगा और अन्य कपड़े दिए. इन कपड़ों को देखकर दुल्हन भड़क गई. उसने कहा कि 8 महीने से शादी तय है. सबकुछ पहले ही तय हो गया था, इसके बावजूद दूल्हे की ओर से घटिया क्वालिटी के पकड़े दिए गए हैं. दुल्हन ने यह कहते हुए शादी से मना कर दिया. दूल्हे के घर वालों ने समझाने की कोशिश तो की, लेकिन मामला सुलझने के बजाय और उलझ गया. देखते ही देखते दुल्हन के घर वालों ने पूरी बारात को घेरकर बैठा लेने की बात की तो बारातियों में हड़कंप मच गया. बड़ी संख्या में बाराती वहां से भागने में सफल भी हो गए.

40 हजार लेकर हुआ निपटारा

चूंकि दूल्हा और उसके घर वाले मंडप में बैठे थे, इसलिए दुल्हन के घर वालों ने उन्हें वहीं पर बंधक बना लिया. इतने में किसी ने पुलिस को सूचना दे दी. पुलिस मौके पर पहुंची भी और दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन दुल्हन ने साफ कह दिया कि वह इस दूल्हे से शादी नहीं करेगी. इसके बाद दुल्हन के घर वालों ने दूल्हे पर शादी समारोह के आयोजन में हुए खर्चे की डिमांड रख दी. बड़ी मुश्किल से मामला 40 हजार रुपये में फाइनल हुआ. इसके बाद दुल्हन पक्ष के लोगों ने भी यह रकम लेकर बारात वापस लौटा दी.

Advertisements