औरंगाबाद: स्वदेशी अपनाओ अभियान के तहत बिहार सरकार के उद्योग विभाग द्वारा जिले में दूर्गापूजा पंडालों में स्वदेशी उत्पादों की प्रदर्शनी एवं बिक्री के लिए विशेष पहल की जा रही है. इस अभियान का उद्देश्य बिहार की सांस्कृतिक विरासत एवं परंपरा को अक्षुण्ण रखते हुए “लोकल फॉर वोकल” की अवधारणा को साकार करना है.
जिला उद्योग केन्द्र औरंगाबाद के महाप्रबंधक मो० अफ्फान ने जानकारी दी कि अपर मुख्य सचिव, उद्योग विभाग, बिहार पटना के निदेशानुसार “सेवा पर्व” के अवसर पर दूर्गापूजा पंडालों में भारत की ऐतिहासिक धरोहर एवं बिहार की माटी की पहचान को प्रदर्शित करने वाले श्रेष्ठ तीन पंडालों को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में ₹25,000/-, ₹15,000/- एवं ₹5,000/- की राशि उद्योग विभाग द्वारा प्रदान की जाएगी.महाप्रबंधक ने सभी पूजा समितियों से अपील की कि पंडालों में भारतीय एवं बिहार की सांस्कृतिक विरासत तथा परंपरा की झलक अवश्य प्रदर्शित की जाए तथा अधिकाधिक लोगों की सहभागिता सुनिश्चित हो, जिससे सरकार के “स्वदेशी अपनाओ” और “वोकल फॉर लोकल” अभियान को गति मिल सके.
उन्होंने बताया कि जिले के तीन बड़े आकर्षक पंडालों के पास उद्योग विभाग द्वारा विशेष पंडाल/टेंट लगाया जाएगा, जिसमें खादी वस्त्र, हस्तनिर्मित वस्तुएँ, “एक जिला एक उत्पाद” से संबंधित सामग्री, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, बिहार लघु उद्यमी योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना, हस्तशिल्प एवं हस्तकरघा उत्पादों की बिक्री 50% विशेष छूट के साथ की जाएगी.जिले के इच्छुक उद्यमियों से अपील की गई है कि वे अपने उत्पाद का स्टॉल लगाने हेतु जिला उद्योग केन्द्र, औरंगाबाद के महाप्रबंधक कार्यालय में आवेदन प्रस्तुत करें.