जमुई : जमुई नगर परिषद के वार्ड संख्या 24 स्थित बोधमन तालाब और कोठी पोखर के बीच, पीडी मध्य विद्यालय, जमुई बाजार के सामने शुक्रवार की शाम सात बजे एक विशाल कदम्ब का पेड़ अचानक बिजली के तारों पर गिर पड़ा. अनुमान है कि यह पेड़ लगभग 25 वर्षों से वहां स्थित था. इस हादसे से न केवल बिजली आपूर्ति बाधित हो गई बल्कि जयशंकर नगर की ओर जाने वाले रास्ते पर आवागमन भी पूरी तरह ठप हो गया.विस्थापित पेड़ के चारों ओर लगभग एक फीट पानी जमा हो गया, जिससे स्थिति और विकट हो गई.आसपास के नागरिकों ने तत्परता दिखाते हुए जमुई बिजली विभाग को घटना की जानकारी दी और बिजली प्रवाह को तुरंत रोकने की अपील की, ताकि कोई जान-माल की क्षति न हो .लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि विभाग ने इस चेतावनी को गंभीरता से नहीं लिया.
दूसरी ओर, जब स्थानीय लोगों ने देखा कि +2 उच्च विद्यालय जमुई बाजार के पास गिरे एक अन्य पेड़ को वन विभाग के कर्मी हटा रहे हैं, तो उन्होंने उस अधिकारी को पीडी विद्यालय के समीप गिरे कदम्ब पेड़ की भी जानकारी दी.दुर्भाग्यवश, इस सूचना के बावजूद न तो बिजली विभाग और न ही वन विभाग के किसी अधिकारी या कर्मचारी ने वार्ड संख्या 24 में कदम रखा.
आख़िरकार, 3 अगस्त की सुबह 9 बजे, थक-हारकर मोहल्ले के लोगों ने अपने संसाधनों से पेड़ हटवाने का कार्य आरंभ किया और रास्ता साफ किया. पीड़ित नागरिकों की शिकायत है कि प्रशासन की उदासीनता अब आम हो गई है. एक स्थानीय निवासी ने दुख प्रकट करते हुए कहा, “गरीब को तो भगवान भी नहीं पूछते, फिर ये बड़े-बड़े अधिकारी क्या सुनेंगे? अब तो बस यही कह सकते हैं — ‘जाहि विधि राखे राम, ताहि विधि रहिए.’”स्थानीय जनता ने इस उपेक्षा पर नाराज़गी जताते हुए पूछा है कि आखिर कब तक आम नागरिकों को अपनी सुरक्षा के लिए खुद ही ज़िम्मेदारी उठानी पड़ेगी.