Bihar: सुपौल के अमहा-पिपरा से पहली बार खुली ट्रेन, ऐतिहासिक पल के गवाह बने लोग

सुपौल: आजादी के बाद पहली बार ट्रेन सेवा से जुड़ने से इलाके के लोगों में जबरदस्त खुशी देखी गई. कई लोग इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए सहरसा तक ट्रेन से सफर के लिए बुकिंग काउंटर से टिकट लेकर उत्साहित थे और सेल्फी फोटो भी खिंचवा रहे थे. काउंटर पर खड़े 70 वर्षीय बुजुर्ग जोगेंद्र मंडल ने बताया यह मेरे लिए ऐतिहासिक पल है और मैं ट्रेन से सफर कर सुपौल जा रहा हूं.

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सांसद दिलेश्वर कामैत के प्रयास से यह सपना साकार हो गया

वहीं शैलेंद्र चौधरी ने बताया मात्र दो वर्ष में ही ट्रेन परिचालन के लिए यहां के मंत्री बिजेंद्र यादव को धन्यवाद देता हूं. वहीं खड़े रंजीत मंडल ने कहा कि जब रेलवे का कार्य शुरू हुआ था तब अंदाजा नहीं था कि यहां के वासी इतनी जल्दी ट्रेन का सेवा ले पाएंगे स्थानीय सांसद दिलेश्वर कामैत के प्रयास से यह सपना साकार हो गया पिपरा के लोगों के लिए एक ऐतिहासिक और बहुप्रतीक्षित दिन आ गया है. वर्षों से जिस ट्रेन सेवा का इंतजार किया जा रहा था, वह अब साकार हो गई है.

लोगों में उत्साह और खुशी की लहर

सुपौल से पिपरा के बीच ट्रेन सेवा की शुरुआत गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मधुबनी से हरी झंडी दिखाकर की तो मौके पर क्षेत्र के लोगों में उत्साह और खुशी की लहर दौड़ गई. यह ट्रेन सेवा न केवल स्थानीय यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है, बल्कि यह क्षेत्र के सामाजिक और आर्थिक विकास को भी नई गति देगी. प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि यह परियोजना पूर्वी भारत के विकास की दिशा में एक मजबूत कदम है. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि यह रेल मार्ग न केवल यात्रा को सुगम बनाएगा, बल्कि व्यवसाय और रोजगार के नए अवसर भी खोलेगा.

रेल मंत्रालय और राज्य सरकार के समन्वय से यह परियोजना समय पर पूरी हुई, जो बिहार के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है. अब सुपौल से पिपरा तक का सफर आसान, सुलभ और समयबद्ध हो गया है. यह सेवा आम जनता को समर्पित है और आने वाले समय में इस मार्ग पर यात्रियों की संख्या में भारी बढ़ोतरी की उम्मीद है.

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