औरंगाबाद: जमीन को लेकर दो पक्षों के बीच मारपीट हो गई जिसमें एक पक्ष की 5 महिलाएं समेत 10 लोग जख्मी हुए हैं. मामला माली थाना क्षेत्र के परमेश्वरी गांव की है. घटना के बाद सभी जख्मियों को इलाज सदर अस्पताल औरंगाबाद में कराया गया है. जख्मियों में उस गांव के 75 वर्षीय राम प्रसाद यादव, उनके 48 वर्षीय बेटे अजय यादव, 40 वर्षीय विनोद यादव, 44 वर्षीय अशोक यादव, 42 वर्षीय संतोष यादव, 38 वर्षीय अरुण यादव, राम प्रसाद यादव की 72 वर्षीय पत्नी फूलमती देवी, अजय यादव की पत्नी शांति देवी, अशोक यादव की पत्नी उर्मिला देवी, विनोद यादव की पत्नी गुलाबी देवी, संतोष यादव की पत्नी मंजू देवी और अरुण यादव की पत्नी मंजू देवी शामिल हैं.
जख्मी राम प्रसाद यादव ने बताया कि गुरुवार को वह अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ खेत में बिचड़ा उखाड़ रहे थे, तभी 30 लोग लाठी-डंडे और तलवार के साथ पहुंचे और हमला कर दिया, बीच-बचाव करने गई महिलाओं के साथ भी मारपीट की गई. उन्होंने बताया कि लगभग 100 साल पहले मेरे पूर्वजों ने गांव के ही अवतार यादव के पूर्वजों के साथ जमीन बदली थी. मेरे पूर्वजों की ओर से दी गई जमीन पर दूसरे पक्ष के लोगों ने मकान का निर्माण कर लिया है, दूसरे पक्ष की ओर से दी गई जमीन पर कई वर्षों से हम लोगों का कब्जा हैं और खेती करते हैं. कुछ दिनों पहले से दूसरे पक्ष के पूर्वजों की ओर से बदली गई जमीन को अपना बताते हुए कब्जा की कोशिश कर रहे है, फिलहाल मामला कोर्ट में चल रहा है.
जमीन विवाद को लेकर मैंने स्थानीय थाना में भी आवेदन दिया है. पुलिस की ओर से दोनों पक्ष के लोगों पर 107 की कार्रवाई की गई है. जमीन पर धारा-144 लागू है. इसके बावजूद भी दूसरे पक्ष के लोग पुलिस के मिली भगत से विवादित जमीन पर खेती करते है. विरोध करने पर मारपीट की घटना को अंजाम दिया है. मारपीट में घायल लोगों ने गांव के ही अवतार यादव, केवल यादव, कमलेश यादव, सिकंदर कुमार, राकेश कुमार, जितेंद्र कुमार, संतोष कुमार, सीताराम यादव, मनीष कुमार, कलेन्द्र यादव, दिनेश कुमार समेत अन्य लोगों पर मारपीट का आरोप लगाया है. जख्मियों का कहना है कि जिस जमीन पर 144 लागू की गई है उस जमीन पर दूसरे पक्ष के लोग खेती और निर्माण कार्य करते हैं. जब इसकी सूचना पुलिस को दी जाती है तो मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जाती है. इधर, थानाध्यक्ष दीपक कुमार राय ने बताया कि मामला जमीन विवाद से जुड़ा है. दोनों पक्ष एक ही जमीन पर अपना दावा करते हैं. पुलिस ने मामले में 107 की कार्रवाई भी की है, लेकिन गुरुवार को धान रोपनी के दौरान दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए. सभी घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है. आवेदन मिलने पर मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी.