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यूक्रेन जंग में रूसी सैनिकों के लिए ढाल बने बिहारी जूते! चिराग पासवान हुए गदगद, PM मोदी के सामने पेश करेंगे प्लान

बिहार के हाजीपुर ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना ली है. रूसी सैनिक ‘मेड इन बिहार’ जूते पहनकर मार्च कर रहे हैं. कॉम्पिटेंस एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी, रूसी सेना के लिए सेफ्टी शू और यूके इटली, फ्रांस, स्पेन समेत अन्य कई देशों के मार्केट को टारगेट करके लक्जरी डिजाइनर जूते बनाती है. यह कंपनी हाजीपुर में स्थित है, जो लोक जनशक्ति पार्टी लोजपा (रामविलास) के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान का संसदीय क्षेत्र है.

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चिराग पासवान ने भी कॉम्पिटेंस एक्सपोर्ट्स नाम की कंपनी के बारे अपने X हैंडल पर एक पोस्ट लिखी है. उन्होंने लिखा है, ‘अब रूस में भी चमकेगा हाजीपुर. बिहार में अपराध और हत्या के बीच हम सब के लिए एक सुखद खबर है. मेरे संसदीय क्षेत्र में निर्मित जूते का इस्तेमाल रूस की सेना अपने ढाल के रूप में कर रही है. ये बिहार, बिहारी और समस्त देशवासियों के लिए गर्व का विषय है कि अब विदेशों में भी बिहार के हुनर की चर्चाएं होंगी. मैं स्थानीय सांसद के तौर पर जल्द ही ये जूते बनाने वाली कंपनी के कारखाने का दौरा करूंगा.’

केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने लिखा है कि वह कंपनी में जाकर वहां के कर्मचारियों से मुलाकात करेंगे और उनकी मूलभूत सुविधाओं को पूरा करने का हर संभव प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा, ‘इस उद्योग के विस्तारीकरण को लेकर जल्द ही रक्षामंत्री एवं देश के प्रधानमंत्री के समक्ष प्रस्ताव रखूंगा. बिहार में इस प्रकार के उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मैं हर संभव प्रयास करूंगा.’

कॉम्पिटेंस एक्सपोर्ट्स कंपनी के जनरल मैनेजर शिब कुमार रॉय ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया, ‘हमने 2018 में हाजीपुर फैसिलिटी शुरू की और हमारी प्राथमिकता स्थानीय रोजगार पैदा करना है. हाजीपुर में, हम सेफ्टी शू बनाते हैं जिन्हें रूस में एक्सपोर्ट किया जाता है. अभी हमारा कुल निर्यात रूस के लिए है, और हम धीरे-धीरे यूरोप के मार्केट को टैप करने पर भी काम कर रहे हैं. जल्द ही डोमेस्टिक मार्केट के लिए हम जूते लॉन्च करेंगे.’

कंपनी में फैशन डेवलपमेंट ऑफिसर मजहर पल्लुमिया ने कहा, ‘हमारा विजन ग्लोबल ब्रैंड के लिए प्रीमियम शू तैयार करने का है. बेल्जियम की एक प्रतिष्ठित कंपनी के साथ पार्टनरशिप के लिए हमारी बातचीत करीब करीब फाइनल हो चुकी है. शुरू में हमने अपने उत्पाद को लेकर सावधानी बरती. हमारे सैंपल्स की क्वालिटी से विदेशी पार्टनर खुश दिखे.’ जनरल मैनेजर रॉय के अनुसार उनकी कंपनी के जूतों को मार्केट से काफी जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली, जिससे कंपनी रूस में एक प्रमुख निर्यातक के रूप में स्थापित हो गई. पिछले साल, कॉम्पिटेंस एक्सपोर्ट्स ने 15 लाख जोड़े जूते रूस भेजे और उसका टर्नओवर ₹100 करोड़ से ज्यादा का था. कंपनी का लक्ष्स अगले साल तक इस टर्नओवर को 50 प्रतिशत तक बढ़ाकर ₹150 करोड़ तक ले जाने का है.

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