बिजनौर के थाना नूरपुर पुलिस ने रविवार को लगभग सात बजे प्रेस नोट जारी कर बताया कि गश्त और संदिग्ध व्यक्ति व वाहन चेकिंग के दौरान उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि धामपुर की तरफ से एक संदिग्ध पिकअप गाड़ी आ रही है, जिसमें चोरी के बिजली के तार लदे हुए हैं और चालक उन्हें बेचने के लिए ले जा रहा है.
सूचना के आधार पर थाना नूरपुर पुलिस टीम द्वारा चेकिंग की जा रही थी. इसी दौरान एक संदिग्ध पिकअप गाड़ी को रोका गया और उसकी तलाशी लेने पर उसमें बिजली के तारों के बंडल भरे मिले. जब चालक से इन तारों के संबंध में वैध कागजात मांगे गए, तो वह कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर सका.
प्रारंभिक पूछताछ में चालक ने अपना नाम शाहनवाज पुत्र छोटे मियां, निवासी नई सीलमपुर, थाना सीलमपुर, दिल्ली बताया. शाहनवाज ने बताया कि सीलमपुर, दिल्ली में सिल्वर आदि के तारों को गला कर बर्तन बनाए जाते हैं और वह वहीं पिकअप चलाता है. उसकी मुलाकात राह चलते एक मुन्ना नामक व्यक्ति से हुई थी, जिसने बताया कि उसके पास बड़ी मात्रा में बिजली के तार हैं, जिन्हें वह सस्ते दामों पर बेच सकता है.
लालच में आकर शाहनवाज मुन्ना के साथ धामपुर के जंगल में पहुंचा, जहां मुन्ना ने उसे 1,800 किलोग्राम बिजली के तार मात्र 20,000 रुपये में बेच दिए. इन तारों को लेकर शाहनवाज दिल्ली जा रहा था, लेकिन रास्ते में थाना नूरपुर पुलिस ने उसे पकड़ लिया.
पुलिस ने शाहनवाज को गिरफ्तार कर पिकअप वाहन को कब्जे में ले लिया और इस संबंध में थाना नूरपुर पर अभियोग पंजीकृत किया गया है. वहीं, पुलिस अब अभियुक्त मुन्ना की शीघ्र गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है.