बिलासपुर: स्पा सेंटर में मसाज के बहाने सेक्स रैकेट, महिला मैनेजर ने लालच दिया; 6 लड़कियां गिरफ्तार, आपत्तिजनक सामान बरामद

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में स्पा सेंटर की आड़ में सेक्स रैकेट चलाया जा रहा है। पुलिस ने क्लाउड स्पा सेंटर में छापेमारी कर मैनेजर समेत 6 युवतियों को गिरफ्तार किया है। यह सभी लड़कियां दूसरे जिले की हैं, जिन्हें महिला मैनेजर ने मसाज करने के बहाने बुलाया, फिर देह व्यापार में धकेल दिया। मामला तोरवा थाना क्षेत्र का है।

सिटी कोतवाली सीएसपी गगन कुमार ने बताया कि, दयालबंद स्थित होटल इंटरसिटी के सामने गली में संचालित स्पा सेंटर में देह व्यापार की सूचना मिली थी। जिस पर मुखबिर लगाकर इसकी जानकारी जुटाई गई। फिर बुधवार को स्पा सेंटर में दबिश दी गई।

तलाशी में मिले आपत्तिजनक सामान

पुलिस ने बताया कि, युवतियों से टीम ने अलग अलग पूछताछ की। साथ ही स्पा सेंटर की जांच की। इस दौरान स्पा में आपत्तिजनक चीजें भी मिली है। इसे जब्त कर सभी युवतियों को थाने लाया गया है। पुलिस पकड़ी गई सभी युवतियों से पूछताछ कर रही है।

मसाज के बहाने मैनेजर ने युवतियों को बुलाया

युवतियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि, स्पा मैनेजर गोल्डी ने उन्हें काम दिलाने के बहाने स्पा सेंटर में बुलाया, फिर यहीं काम कराने लगे। यहां उन्हें मसाज करने कहा गया, लेकिन बाद में युवतियों को ज्यादा पैसे का लालच देकर देह व्यापार में धकेल दिया गया।

युवतियों के बयान की पुलिस जांच कर रही है। पुलिस स्पा सेंटर के मैनेजर से भी पूछताछ कर रही है। युवतियों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

सभी युवतियां दूसरे जिलों की रहने वाली

पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि, स्पा सेंटर में काम करने वाली युवतियां दूसरे जिलों से यहां पर आकर काम तलाश रही थीं। इसी दौरान स्पा सेंटर के मैनेजर गोल्डी से पहचान हुई।

उसने काम का झांसा देकर युवतियों को स्पा सेंटर में बुलाया। इसके बाद यहां पर उसने युवतियों को देह व्यापार में धकेल दिया। फिलहाल पूरे मामले की जांच की जा रही है।

सेंटरों की आड़ में अनैतिक गतिविधियों की शिकायत

बता दें कि, बिलासपुर शहर में स्पा सेंटरों की संख्या तेजी से बढ़ी है। अक्सर ऐसे सेंटरों की आड़ में अनैतिक गतिविधियों की शिकायतें मिलती रही हैं। इसे लेकर पुलिस मुख्यालय ने भी सख्ती के निर्देश दिए हैं।

एसएसपी रजनेश सिंह के दिशा निर्देश पर ऐहतियात के तौर पर जांच की गई, जिससे ऐसे प्रतिष्ठानों की पारदर्शिता बनी रहे और कोई अवैध कारोबार न पनप सके।

Advertisements
Advertisement