रांची। नॉन वेजिटेरियन खाने वाले खासकर चिकन के शौकिनों के लिए एक बहुत बुरी खबर है। झारखंड की राजधानी रांची में बर्ड फ्लू की पुष्टि की जा चुकी है। जिसे लेकर प्रशासन हाई अलर्ट मोड पर है। रांची के होटवार एरिया में बर्ड फ्लू बड़ी तेजी से फैल रहा है। यहां से नमूने की जांच में एच5 एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा की पुष्टि की गई है।
इन्फ्लूएंजा की पुष्टि के बाद जिला प्रशासन की ओर से एक्शन प्लान के तहत रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। रांची के डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने आधिकारिक जानकारी जारी करते हुए बताया बर्ड फ्लू को देखते हुए रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। प्रत्येक टीम में पशु चिकित्सा पदाधिकारी एवं कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
रांची के होटवार स्थित एक पोल्ट्री फॉर्म में 4000 से अधिक मुर्गियों और बत्तखों को मारा गया है। एक्सपर्ट्स ने किसानों को सलाह दी है कि अभी वे मुर्गीपालन ना करें। इसके साथ ही 10 किलोमीटर के दायरे में मुर्गी की खरीद बिक्री पर रोक लगा दी गई है।
होटवार स्थित पोल्ट्री एरिया में H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा का पता चला है। इसके बाद पशुपालन निदेशालय ने एक आरआरटी टीम बनाई है, जो पक्षियों को मारने और उसे दफनाने की रणनीति तैयार करेगी। इसके साथ ही पोल्ट्री एरिया के एक किलोमीटर के दायरे में अभियान चलाकर मुर्गियों और बत्तखों की जांच की जा रही है, ताकि रांची के दूसरे हिस्सों में बर्ड फ्लू का खतरा नहीं बढ़ सके।
सभी पक्षियों और अंडों को नष्ट करने का निर्देश
रीजनल पोल्ट्री फार्म के सहायक मैनेजर डॉ गणेश राम महली ने बताया कि हम इस मामले में सतर्कता बरत रहे हैं। बर्ड फ्लू की आशंका को देखते हुए पोल्ट्री फार्म में मौजूद सभी पक्षियों और अंडों को नष्ट किया है। फार्म के एक किलोमीटर के दायरे में जितनी भी मुर्गियां या बत्तख हैं, उन्हें भी खत्म किया जाना है। इसके लिए खास टीम बनी है, जो इस पर नजर रख रही है।
उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि अभी चिकन खाना बंद कर दें। फ्लू की आशंका को देखते हुए 24 अप्रैल तक 4000 से अधिक पक्षियों और अंडों को नष्ट किया है। अगले तीन महीने तक फार्म में पक्षियों को रांची लाने पर रोक लगा दी गई है।
जिला पशुपालन कार्यालय ने जताई चिंता
जिला पशुपालन कार्यालय ने भी एक प्रेस रिलीज जारी की है। इसमें पुलिस अधीक्षक से अनुरोध किया गया है कि 10 किमी के इलाके में मुर्गा- मुर्गी और अंडे की बिक्री पर रोक लगाएं। इसका उल्लंघन करने वाले पर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।