भारतीय लोग खाने में सबसे ज्यादा बिरयानी पसंद करते हैं, इसमें कोई संशय नहीं है. नॉर्थ से लेकर साउथ इंडिया तक बिरयानी की सुप्रीमेसी हर साल न्यू ईयर की पार्टी से लेकर वैलेंटाइन डे और भारत के क्रिकेट मैच तक साबित होती है. दूसरी ओर छोले भठूरे की सुप्रीमेसी घर पर बर्थडे पार्टी से लेकर बाहर फैमिली के साथ आउटिंग के खाने के तौर पर पहले से ही है. आम परिवार को छोड़िए, जब गांधी परिवार भी बाहर लंच करने जाता है, तो छोले भठूरे ही खाता है. अब यही बिरयानी और छोले भठूरे आपके स्टॉक पोर्टफोलियो का स्वाद भी बढ़ाने वाले हैं, चलिए समझते हैं कैसे?
शेयर बाजारों में लंबे समय से गिरावट का दौर जारी है. फरवरी में तो इसने सबसे बड़ी गिरावट के 28 साल के रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया. इसके बावजूद क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (QSR) से जुड़े शेयरों में नरमी रही और आने वाले दिनों में इससे जुड़े शेयर एक नई कहानी लिख सकते हैं.
बिरयानी-छोले भठूरे का हर सेलर बना QSR
अगर आप मार्केट के ट्रेंड को समझने की कोशिश करेंगे, तो देखेंगे कि लोगों के खाने की आदतें बदल रही हैं. अब घर पर ऑर्डर करने की आदत रेस्टोरेंट में जाकर खाना खाने की जगह ले रही है. इतना ही नहीं Zomato और Swiggy जैसे प्लेटफॉर्म ने इस देश में एक और बड़ा बदलाव किया कि सिर्फ रेस्टोरेंट का ही नहीं बल्कि छोटे-छोटे ढाबों तक के खाने को लोगों के घर पर आसानी से पहुंचाया और उन्हें भी QSR ब्रांड जैसी अहमियत दी.
इसका ओवरऑल परिणाम ये हुआ कि लोगों की बाहर खाने की आदत बढ़ी और इसका असर QSR कंपनियों की सेल और स्टॉक वैल्यू बढ़ती गई. देश में पहले दो ही बड़े QSR स्टॉक जुबिलेंट फूडवर्क्स और देवयानी इंटरनेशनल मौजूद थे. लेकिन अब इनकी संख्या बढ़ी है. वहीं जोमेटो और स्विगी जैसे शेयर को भी देखें तो वह भले आते टेक्निकल कंपनियों के शेयर में हों, लेकिन असल में तो उनका काम QSR की वजह से ही चलता है.
बजट 2025 से बदलेगा QSR की किस्मत
एक तरफ जहां लोगों की आदतें बदल रही हैं, वहीं सरकार ने बजट 2025 में जिस बात पर फोकस किया है, वो भी आने वाले दिनों में QSR स्टॉक्स का फ्यूचर बदल देगा. सरकार ने इस बार बजट में कंजप्शन बढ़ाने पर फोकस किया है. टैक्सपेयर के हाथ में एक्सट्रा पैसा छोड़ा है, तो जाहिर तौर पर इसका एक बड़ा हिस्सा बाहर के खाने की डिमांड बढ़ाने में काम आएगा. लोग एक्स्ट्रा बर्गर या पिज्जा स्लाइस खाने से गुरेज नहीं करेंगे. इस तरह ये क्यूएसआर की सेल और प्रॉफिट बढ़ाने का काम करेगा. बस शर्त ये है कि महंगाई के चलते कंपनियों के मार्जिन पर बहुत ज्यादा फर्क ना आए, या उन्हें अपने प्रोडक्ट्स के दाम बढ़ाने पर मजबूर ना होना पड़े.
कैसा रहेगा QSR स्टॉक्स का फ्यूचर?
ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश में QSR सेक्टर की 4 प्रमुख कंपनी, जुबिलेंट फूडवर्क्स, देवयानी इंटरनेशनल, वेस्टलाइफ फूडवर्ल् और सफायर फूड्स इंडिया हैं. इन कंपनियों के स्टॉक में औसत तौर पर 45 प्रतिशत तक की ग्रोथ करने का सामर्थ्य है.
एनालिस्ट एसआर प्लस के मुताबिक जुबिलेंट फूडवर्क्स के शेयर में लॉन्ग टर्म में 60 प्रतिशत तक की ग्रोथ का पोटेंशियल दिखता है. वहीं देवयानी इंटरनेशनल में ये पोटेंशियल 39 प्रतिशत, वेस्टलाइफ फूडवर्ल्ड में 38 प्रतिशत और सफायर फूड्स इंडिया में ऊपर जाने का पोटेंशियल 36 प्रतिशत तक का दिखता है. ये इन कंपनियों के शेयर में ऊपर जाने की क्षमता का अनुमान है, इसका ये मतलब कतई नहीं है कि ये स्टॉक इतनी ग्रोथ कर सकते हैं.