डोनाल्ड ट्रंप की जीत के बाद भले ही सबसे ज्यादा फायदा बिटकॉइन की जगह डॉगेकॉइन को हुआ हो, लेकिन दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी की कीमत और मार्केट कैप रिकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए हैं. बिटकॉइन के दाम कारोबारी सत्र के दौरान 90 हजार डॉलर के करीब हैं, जबकि मार्केट कैप कई देशों की जीडीपी को भी पार कर गई है. जी हां, तुर्की, इंडोनेशिया और स्पेन जैसे देशों की जीडीपी बिटकॉइन के मार्केट कैप के सामने पानी मांग रही है. वहीं दूसरी ओर कुछ कंपनियों का मार्केट कैप भी बिटकॉइन के कुल मार्केट से काफी पीछे छूट गया है. असेट क्लास की बात करें तो बिटकॉइन ने सिल्वर को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की 8वीं सबसे बड़ी असेट क्लास हो चुकी है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर बिटकॉइन की कीमत कितनी हो गई है और स्पेन और दुनिया के बाकी बड़े देशों की जीडीपी से बिटकॉइन का मार्केट कैप कितना बड़ा हो गया है?
90 हजार डॉलर के करीब बिटकॉइन
दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के दाम 90 हजार डॉलर के करीब पहुंच गई है. कॉइन डेस्क के आंकड़ों के अनुसार बिटकॉइन की कीमत 89,995.12 डॉलर के साथ लाइफ टाइम हाई पर पहुंच गई. सुबह के समय बिटकॉइन की कीमत में 10 फीसदी से ज्यादा का इजाफा देखने को मिल रहा था. अब शाम 4 बजकर 45 पर बिटकॉइन के दाम करीब 7 फीसदी की तेजी के साथ 87,741.89 डॉलर पर कारोबार कर रहा है. वैसे बीते एक हफ्ते यानी 5 सितंबर के बाद से बिटकॉइन की कीमत में 26 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है. वहीं एक साल में 136 फीसदी का इजाफा देखने को मिल चुका है.
कितना हुआ मार्केट कैप
बिटकॉइन की कीमतों में लगातार तेजी की वजह से मार्केट कैप में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है. मौजूदा समय में बिटकॉइन का मार्केट कैप 1.75 ट्रिलियन डॉलर के पार चला गया है. खास बात तो ये है कि बिटकॉइन दुनिया की 8वीं सबसे बड़ी असेट बन चुकी है. मंगलवार को बिटकॉइन ने इस मामले में सिल्वर को पीछे छोड़ा है. जिसका मार्केट कैप 1.73 ट्रिलियन डॉलर का है. वैसे ओवरऑल क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 2.94 ट्रिलियन डॉलर पर आ गया है. जिसमें पिछले 24 घंटे के मुकाबले में 5 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में बिटकॉइन और ओवरऑल क्रिप्टो मार्केट में तेजी आने की वजह से दोनों के मार्केट कैप में और तेजी देखने को मिल सकती है.
इन बड़ी कंपनियों से बड़ा हुआ बिटकॉइन
वहीं दूसरी ओर बिटकॉइन का मार्केट कैप दुनिया की टॉप कंपनियों के मार्केट कैप से बड़ा हो गया है. बिटकॉइन ने फेसबुक की पेरेंट कंपनी मेटा प्लेटफॉर्म्स को पीछे छोड़ दिया है, जिसका मार्केट कैप 1.472 ट्रिलियन डॉलर है. वहीं दूसरी ओर दुनिया के सबसे अमीर कारोबारी एलन मस्क की कंपनी टेस्ला को भी पीछे छोड़ दिया है. मौजूदा समय में टेस्ला का मार्केट कैप 1.123 ट्रिलियन डॉलर को पीछे छोड़ा है. वहीं दूसरी ओर दुनिया के सबसे बड़े इंवेस्टर वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे भी बिटकॉइन के पीछे है और कंपनी का कुल मार्केट कैप 1.007 ट्रिलियन डॉलर है.
इन देशों की जीडीपी को भी छोड़ा पीछे
बिटकॉइन ने सिर्फ चांदी या फिर कुछ कंपनियों के मार्केट कैप को पीछे छोड़कर इतिहास नहीं रचा है. बल्कि कई देशों की जीडीपी को भी पीछे छोड़ दिया है. यूरोप की बड़ी इकोनॉमी में शुमार स्पेन की जीडीपी बिटकॉइन के मुकाबले कम हो गई है. दुनिया की 15वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी स्पेन की जीडीपी मौजूदा समस में 1.73 ट्रिलियन डॉलर है. इंडोनेशिया और तुर्की जैसे देशों की जीडीपी भी बिटकॉइन के आगे पानी-पानी हो गई हैं. मौजूदा समय में इंडोनेशिया की जीडीपी 1.4 ट्रिलियन डॉलर देखने को मिल रही है. वहीं बात तुर्की की करें तो 1.34 ट्रिलियन डॉलर देखने को मिल रही है. आने वाले दिनों में बिटकॉइन का मार्केट कैप ऑस्ट्रेलिया और मैक्सिको जैसे देशों की जीडीपी को भी पीछे छोड़ सकता है.