BJP Attack Rahul Gandhi: ‘क्या अलंद में वोट चोरी से जीती कांग्रेस?’, राहुल गांधी के आरोपों पर बीजेपी बोली- खुद पर ही फोड़ा हाइड्रोजन बम

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हालिया बयानों और आरोपों को लेकर राजनीतिक माहौल गर्मा गया है. भाजपा ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि वे बार-बार बेबुनियाद आरोप लगाकर लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं.

भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि जब राहुल गांधी से अपने आरोपों को साबित करने के लिए कहा जाता है तो वे पीछे हट जाते हैं और शपथ पत्र देने से भी मुकर जाते हैं. अनुराग ठाकुर के कहा कि “बार-बार आरोप लगाना, फिर माफी मांगना और कोर्ट से फटकार खाना, यही राहुल गांधी का राजनीतिक स्टाइल बन गया है.”

चुनाव आयोग का भी इस मामले में रुख साफ है. आयोग का कहना है कि बिना किसी व्यक्ति की बात सुने उसके वोट को खारिज नहीं किया जा सकता. आयोग ने इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं और संबंधित जानकारी जैसे मोबाइल नंबर व आईपी एड्रेस भी मुहैया कराए हैं. भाजपा ने सवाल उठाया कि जब आयोग ने यह जानकारी कांग्रेस शासित राज्यों की सीआईडी को दी, तो वहां की एजेंसियों ने क्या कार्रवाई की?

राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी जिस  विधानसभा सीट पर वोट गड़बड़ी का आरोप लगा रहे हैं उस विधानसभा सीट पर 2023 में कांग्रेस उम्मीदवार जीते थे, अगर राहुल गांधी के आरोप सही हैं तो क्या वह सीट भी वोट चोरी से जीती गई थी? राहुल गांधी ने अपना हाइड्रोजन बम अपने ऊपर ही फोड़ लिया है. साथ ही, भाजपा ने यह भी कहा कि राहुल गांधी खुद कह चुके हैं कि वे लोकतंत्र बचाने नहीं आए हैं, तो क्या उनका इरादा लोकतंत्र को बर्बाद करने का है?

भाजपा प्रवक्ताओं का कहना है कि राहुल गांधी बार-बार देश की तुलना बांग्लादेश और नेपाल से करके भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी कहीं देश के घुसपैठियों को बचाने की कोशिश तो नहीं कर रहे, और क्या इसके जरिए वे एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के वोटों को प्रभावित करने की कोई साज़िश रच रहे हैं.

वहीं, राहुल गांधी लगातार चुनाव आयोग और सरकार पर चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ियों के आरोप लगाते आए हैं. उनका कहना है कि लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और विपक्ष की आवाज़ दबाई जा रही है.

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