ग्वालियर में शराबखोरी और नशाखोरी की बढ़ती समस्या से परेशान BJP पार्षद अर्पणा पाटिल ने अचलनाथ भगवान को पत्र लिखकर अवैध शराबखोरी को रोकने की गुहार लगाई है। पार्षद ने पत्र में लिखा कि आबकारी विभाग की निष्क्रियता के कारण सार्वजनिक स्थानों पर लोग खुलेआम शराब पी रहे हैं, जिससे महिलाओं, बच्चियों और छात्राओं का अकेले घर से निकलना असुरक्षित हो गया है।
कंपोजिट शराब दुकान के नियम लागू होने के बाद अहाते बंद हो गए, लेकिन इसके बावजूद सार्वजनिक स्थानों और सड़कों पर शराब पीने का चलन बढ़ गया है। शराब के ठेकों के बाहर लोग खड़े होकर शराब का सेवन कर रहे हैं और यह गतिविधि कई बार पुलिस की नजरों के सामने होती है। पार्षद ने बताया कि पिछले साल कलेक्टर रुचिका चौहान ने शराब दुकान पर स्थिति देखी थी और अधिकारियों को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। हालांकि समस्या का स्थाई हल नहीं हुआ।
हाल ही में संभाग युक्त कार्यालय जाने वाले मार्ग पर नाका चंद्रवदनी शराब दुकान के पास खुलेआम शराब पीते लोगों का वीडियो पार्षद ने जारी किया और कार्रवाई की मांग की। आबकारी विभाग ने संज्ञान लिया, लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है।
पार्षद ने पत्र में लिखा कि अब वह भगवान से ही मदद की आशा कर रही हैं। उन्होंने गुहार लगाई कि अवैध शराबखोरी को तुरंत प्रतिबंधित किया जाए और आबकारी अधिकारियों को सद्बुद्धि दी जाए ताकि ग्वालियर में सुरक्षित और स्वस्थ समाज का निर्माण हो सके। पार्षद का मानना है कि यह कार्य केवल भगवान ही कर सकते हैं क्योंकि उन्होंने हमेशा अपने भक्तों के हितों को सर्वोपरि रखा है।
शराब दुकान के आसपास सबसे अधिक खुला शराब सेवन देखा जा रहा है। लोग दुकान से शराब खरीदकर आसपास खड़े होकर पीते हैं और पुलिस वाहन गुजरने पर भी कोई कार्रवाई नहीं होती। इसके अलावा कई शराब दुकानें अपने निर्धारित समय से अधिक समय तक खुली रहती हैं, जिस पर अभी तक ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
पार्षद ने स्थानीय प्रशासन और अधिकारियों से अपील की है कि सार्वजनिक शराबखोरी पर तत्काल नियंत्रण किया जाए ताकि शहर में कानून का पालन और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इस पत्र ने ग्वालियर में शराबखोरी के मुद्दे पर नए सिरे से चर्चा छेड़ दी है।