मध्यप्रदेश: श्योपुर जिले की जमीनी समस्याओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से उनके निवास पर मिला. प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि श्योपुर जिला प्रभारी अधिकारियों के भरोसे चल रहा है, जिससे न केवल प्रशासनिक कामकाज प्रभावित हो रहा है, बल्कि सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन भी धीमा हो गया है.
भाजपा जिलाध्यक्ष शशांक भूषण ने मुख्यमंत्री से चर्चा में कहा कि भाई साहब! हम उस जिले से हैं, जहां अधिकांश पदों पर प्रभारी अधिकारी तैनात हैं. न स्कूलों में फुलटाइम प्रिंसिपल हैं, न कॉलेजों में स्थायी प्राचार्य. उन्होंने जोर देकर कहा कि इन खाली पदों को स्थायी और योग्य अधिकारियों से भरा जाए, ताकि योजनाओं और सेवाओं का लाभ आमजन तक त्वरित रूप से पहुंच सके.
इस प्रतिनिधिमंडल में सांसद शिवमंगल सिंह तोमर, पूर्व विधायक दुर्गालाल विजय, महावीर सिंह सिसौदिया, कैलाशनारायण गुप्ता, डॉ. गोपाल आचार्य, ओम राठौर सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल थे.
ज्ञापन में बताया गया कि श्योपुर के मानपुर क्षेत्र में लंबे समय से विद्युत सब स्टेशन की मांग की जा रही है. इसके साथ ही ढोढर क्षेत्र में सीएम राइज स्कूल खोलने और श्योपुर शासकीय महाविद्यालय में कॉमर्स एवं विज्ञान संकाय शुरू करने की मांग की गई.
शव वाहन भेजने की मांग दोहराई
प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से श्योपुर, विजयपुर और कराहल क्षेत्रों में शव वाहन भेजने की मांग भी दोहराई. उन्होंने बताया कि पहले भी एक गरीब आदिवासी महिला को बेटे के शव को गांव ले जाने के लिए पैसे मांगने की घटना हुई थी, जिसे डॉक्टरों ने चंदा इकट्ठा कर पेट्रोल भरवाकर किसी तरह वाहन से भेजा था. इस घटना को गंभीरता से लेते हुए प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि इन क्षेत्रों में शव वाहन की तत्काल आवश्यकता है.