भारतीय जनता पार्टी ने लखीमपुर खीरी में अपने ही विधायक योगेश वर्मा को पीटने वाले वकील अवधेश सिंह और उनकी पत्नी समेत चार लोगों को पार्टी से निकाल दिया है. बीजेपी ने इन चारों लोगों को पहले कारण बताओ नोटिस जारी किया था और इनसे स्पष्टीकरण मांगा था.
अवधेश सिंह लखीमपुर खीरी बार काउंसिल के अध्यक्ष भी हैं. जबकि उनकी पत्नी अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक की अध्यक्ष रह चुकी हैं. यह पूरा मामला बैंक के पदाधिकारियों के चुनाव को लेकर ही हुआ था. इसके लिए बीते 9 अक्टूबर को अवधेश सिंह ने नामांकन दाखिल करने के दौरान बैंक के मुख्यालय में बीजेपी विधायक योगेश वर्मा को थप्पड़ मार दिया और उसके बाद उनके साथियों ने बीजेपी विधायक को बुरी तरह पीटा था.
बीजेपी ने जारी किया था कारण बताओ नोटिस
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, बीजेपी ने जिन लोगों को निकाला है, उनमें अवधेश सिंह और उनकी पत्नी पुष्पा सिंह के अलावा अनिल यादव और ज्योति शुक्ला भी शामिल हैं. अनिल यादव, अवधेश सिंह के साथी हैं, जबकि ज्योति शुक्ला उस दिन पुष्पा सिंह के साथ बैंक के मुख्यालय में मौजूद थीं और उन्होंने ही फोन करके अवधेश सिंह सिंह को मौके पर बुलाया था. बीजेपी विधायक को पीटने का संज्ञान पार्टी ने लिया था और इस घटना के अगले ही दिन यानी 10 अक्टूबर को बीजेपी के प्रदेश महासचिव गोविंद नारायण शुक्ला ने इन चारों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया था.
योगेश वर्मा ने पार्टी के फैसले का किया स्वागत
वहीं बीजेपी विधायक योगेश शर्मा ने पार्टी की ओर से की गई अनुशासनात्मक कार्रवाई के इस निर्णय का स्वागत किया है. इसको लेकर बीजेपी विधायक सीएम योगी से मिले भी थे. उन्होंने पार्टी और सीएम योगी का आभार जताते हुए कहा कि मैं मुख्यमंत्री और बीजेपी के संगठन द्वारा लिए गए इस न्यायोचित निर्णय के लिए शीर्ष नेतृत्व के प्रति सम्मान प्रकट करता हूं.
इस मामले में अबतक दर्ज नहीं हुई शिकायत
इस मामले में अबतक कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है. हालांकि दोनों पक्षों की ओर से पुलिस से शिकायत की गई है. इसी दौरान विजयादशमी के अवसर पर करणी सेना की ओर से बार काउंसिल के अध्यक्ष अवधेश सिंह का स्वागत भी किया गया था. इस दौरान उनके स्वागत में शेर आया-शेर आया के नारे भी लगाए थे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. हालांकि इसको लेकर शनिवार को पटेल सेवा संस्थान समेत कई संगठन विधायक योगेश शर्मा के सपोर्ट में उतर आए थे.