जम्मू-कश्मीर बीजेपी ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से बातचीत की मांग और हमले को तर्कसंगत ठहराने की कोशिशों की कड़ी निंदा की है. पार्टी प्रवक्ता डॉ. अभिजीत जसरोतिया ने कहा कि यह समय राजनीति करने का नहीं, बल्कि एकजुट होकर आतंक के खिलाफ खड़े होने का है.
साथ ही उन्होंने कहा, जो लोग यह कह रहे हैं कि आतंकी धर्म नहीं देखते, वो उन परिवारों के जख्मों पर नमक छिड़क रहे हैं जिन्होंने अपने परिजन खोए हैं. चाहे वो हिंदू श्रद्धालु हों या कश्मीरी मजदूर.
बीजेपी नेता ने कांग्रेस समेत कुछ अन्य दलों के नेताओं के बयानों को शर्मनाक राजनीतिक अवसरवाद करार दिया. उन्होंने कांग्रेस नेता सैफुद्दीन सोज के उस बयान की आलोचना की जिसमें उन्होंने सिंधु जल संधि खत्म करने का विरोध किया और कहा कि पाकिस्तान के इंकार को मान लिया जाए.
राजनीतिक दलों को आत्मचिंतन करना चाहिए
डॉ. जसरोतिया ने कहा कि जब पूरा देश शोक मना रहा है, कुछ नेता देश का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने इसे राष्ट्रीय भावना के साथ विश्वासघात बताया और कहा कि इस तरह के बयान देने वाले नेताओं को शहीदों के परिवारों की आंखों में झांककर देखना चाहिए. उन्होंने साफ कहा कि देश ऐसी असंवेदनशीलता को स्वीकार नहीं करेगा और राजनीतिक दलों को आत्मचिंतन करना चाहिए.