बिहार में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, सभी पार्टियां जोरों-शोरों से अपनी तैयारियां करने में जुटी हैं. बीजेपी ने चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह चुनाव प्रभारी सीआर पाटिल और यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को 243 विधानसभा सीटों का बंटवारा कर दिया है. सीआर पाटिल और केशव प्रसाद मौर्य को 13-13 लोकसभा सीटों की 78-78 विधानसभा सीटों के मैनेजमेंट की जिम्मेदारी दी है.
सीआर पाटिल के जिम्मे 13 लोकसभा सीटें हैं. इन 13 सीटों में कटिहार, पूर्णिया, अररिया, बेगूसराय, भागलपुर, मुंगेर, किशनगंज, समस्तीपुर, मधेपुरा, जमुई, सुपौल, नवादा , खगड़िया की लोकसभा सीटें शामिल हैं.
मौर्य को मिली इन सीटों की जिम्मेदारी
केशव प्रसाद मौर्य को भी बीजेपी ने 13 लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी सौंपी हैं. इन 13 लोकसभा सीटों के तहत 78 विधानसभा की सीटें है. इनमें वो सीटें भी शामिल हैं जो यूपी से लगी बिहार की सीमा पर है, जिसमेंपूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, शिवहर, मधुबनी, वाल्मिकीनगर, झंझारपुर, दरभंगा, गोपालगंज, सिवान, महाराजगंज, सारण, सीतामढी की विधानसभा सीटे शामिल हैं.
प्रधान इन सीटों की संभालेंगे जिम्मेदारी
चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान बाकी बची 14 लोकसभा सीटों की जिम्मेदारी संभालेंगे. इन लोकसभा सीटों के तहत 87 विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें जहानाबाद, काराकाट, सासाराम, पाटलीपुत्र, पटनासाहिब, नालंदा आदि विधानसभा सीटें शामिल हैं.
इन सीटों पर पार्टी और एनडीए उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने, रणनीति बनाने, प्रचार और मुद्दों की पहचान करने के साथ ही चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी इन नेताओं के जिम्मे होगी. साथ ही टिकट बंटवारे के बाद लोकल नेताओं की नाराजगी, मनमुटाव , बगावत आदि को रोकने की भी जिम्मेदारी ये लोग ही संभालेंगे.
हाल ही में चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख की घोषणा कर दी है. आयोग ने बताया कि चुनाव के लिए वोटिंग दो चरण में कम्प्लीट होगी. पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी. वहीं वोटों की गिनती 14 नवंबर को की जाएगी. बिहार में इस बार का चुनाव प्रमुख रूप से एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच लड़ा जा रहा है.