नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम हिंगोरिया बड़ा में भाजपा मंडल उपाध्यक्ष श्यामलाल धाकड़ की हत्या के मामले में की जांच की कहानी इतनी उलझ गई हैं कि सभी पुलिस अधिकारी अब कौन सा सिरा पकड़े समझ ही नहीं आ रहा है। अभी तक ऐसा कोई सुराग नहीं मिला है जिससे हत्या का उद्देश्य समय में आ जाए।
शक के घेरे में कुछ नजदीकी भी हैं, पर जब तक कुछ सबूत नहीं मिले, तब तक पुलिस के हाथ खाली ही है। अभी तक पुलिस ने रील वाली महिला, खेत के हाली, दोस्तों, रिश्तेदारों, पिता, पत्नी सहित अन्य लोगों से पूछताछ की है, पर कोई भी क्लू ऐसा नहीं मिला है जो यह कह सके कि हत्या इस कारण से हुई है।
तस्करी, अवैध संबंध व रंजिश… हर एंगल से हो रही जांच
पुलिस अधिकारी सोमवार को भी दिन भर पड़ताल में लगे रहे। अलग-अलग लोगों से बातचीत करते रहे। पुलिस इस मामले को तस्करी की दुश्मनी, अवैध संबंध व रंजिश के एंगल से जांच कर रही है।
हालांकि अभी तक की जांच में लग रहा है कि पुलिस को हत्यारा गांव में ही मिलेगा। क्योंकि यह पुष्टि हो चुकी है कि हत्या वाली रात बाहर से कोई नहीं आया था। और जो भी मृतक श्यामलाल के कमरे में गया था वह उसका परिचित ही था।
रील वाली महिला को लेकर हो रहे थे घर में झगड़े
- पुलिस व ग्रामीण सूत्रों की मानें तो रील में श्यामलाल के साथ दिख रही महिला को लेकर भी उनके घर में झगड़े हो रहे थे। स्वजन को शक था कि श्यामलाल उस महिला पर काफी रुपये खर्च करता था।
- इधर महिला की कॉल डिटेल में पुलिस अधिकारी की भी काफी बार बातचीत होने की जानकारी ने पूरे सिस्टम को हिला दिया है। जिन पुलिस अधिकारियों को तैनात ही इसलिए किया गया है कि वह समाज की बुराईयों को मिटाकर एक आदर्श समाज के सामने रखे, वह खुद ही उसमें लिप्त हैं।
- बताया जा रहा है कि महिला को भोपाल भी घुमाया था। गांव में चर्चा है कि किसी ने उसे स्कूटी भी दिलाई थी और नाहरगढ़ में रहने की व्यवस्था भी की थी।