अजमेर में सड़क पर मिला भाजपा नेता का शव: भाई ने जताई  हत्या की आशंका, परिजनों ने शव लेने से किया इनकार…धरने पर बैठे 

अजमेर: के श्रीनगर थाना क्षेत्र में सोमवार रात भाजपा नेता का शव मिलने से सनसनी फैल गई. सूचना मिलने पर परिजन मौके पर पहुंचे. वे भाजपा नेता को जेएलएन हॉस्पिटल लेकर गए, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. परिजन और ग्रामीणों ने हत्या का आरोप लगाकर हॉस्पिटल की मॉर्चुरी के बाहर धरना दे दिया, वहीं शव लेने से मना कर दिया. पुलिस से कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.

बुबानी गांव निवासी सेतु ने बताया कि उनके बड़े भाई गंगाराम रावत (50) पुत्र नारसिंह रावत सोमवार शाम 6 बजे घर से श्रीनगर पेमेंट लेने के लिए निकले थे. इस दौरान बीच में पत्नी ने जब कॉल किया तो जल्द घर वापस आने की बात कही. जब वह घर नहीं पहुंचे तो परिजनों ने कई बार कॉल किया, लेकिन फोन नहीं उठाया.

रात करीब 10 बजे बेटे हंसराज ने कॉल किया. इस दौरान एक अनजान व्यक्ति ने कॉल उठाया और कहा कि ग्राम नोलखा क्षेत्र में बॉडी पड़ी हुई है. सूचना मिलने पर बेटा और परिवार के लोग मौके पर पहुंचे. वे तुरंत गंगाराम को जेएलएन हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. देर रात बॉडी को हॉस्पिटल की मोर्चुरी में रखवाया गया.

श्रीनगर थाना प्रभारी जसवंत सिंह ने बताया कि बुबानी गांव निवासी गंगाराम रावत रात को श्रीनगर से अपने गांव जा रहे थे. थाना क्षेत्र के नौलखा गांव में संदिग्ध परिस्थितियों में मिले थे. जिन्हें अस्पताल भिजवाया गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. भाई सेतु सिंह की ओर से रिपोर्ट देकर हत्या का आरोप लगाया गया है. मामले में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम करवाया जा रहा है. घटनास्थल पर एफएसएल से भी सबूत जुटाए गए हैं. मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है.

सेतु ने बताया कि उनके गांव में पंच-सरपंचों ने यह तय किया था कि गांव में डीजे नहीं बजाया जाएगा. इसे लेकर उन्होंने गेगल थाने में भी सूचना दे दी थी. लेकिन कुछ दिन बाद ही गांव के कुछ लड़कों ने कावड़ यात्रा निकाली और उसमें डीजे बजाया गया. इस दौरान मौके पर उन लड़कों से पंच-पटेल और अन्य का विवाद हो गया. लड़कों ने भाई गंगाराम और अन्य लोगों को देख लेने की धमकी दी थी. सेतु ने आरोप लगाया कि उन लड़कों के द्वारा ही भाई की हत्या की गई है.

भाजपा नेता का शव मिलनी की सूचना के बाद परिजन और ग्रामीण हॉस्पिटल पहुंच गए. ग्रामीणों ने पुलिस को शिकायत देकर हत्या का आरोप लगाया है. इसके साथ ही नामजद और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाकर कार्रवाई की मांग की है. वहीं शव लेने से मना कर दिया.

ग्रामीणों ने कहा कि जिस दिन कावड़ यात्रा निकाली गई और डीजे बजाया गया, उस दिन विवाद हुआ था. गेगल थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई थी. पुलिस ने लड़कों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात भी कही थी. अगर उस समय पुलिस कार्रवाई करती तो यह घटना नहीं होती.

भाजपा नेता अर्जुन सिंह रावत ने बताया कि 2013-14 में पूर्व पंचायत समिति सदस्य रहे गंगाराम रावत का शव नौलखा गांव में सड़क पर मिला है. जिसकी एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर जानकारी दी थी. 28 जुलाई को गांव में डीजे को लेकर विवाद हुआ था. विवाद के दौरान कुछ लड़कों ने जान से मारने की धमकी दी थी. परिजनों ने उन लड़कों पर शिकायत देकर हत्या का आरोप लगाया है. गांव में डीजे बंद करवाने को लेकर ही हत्या की गई है. लड़कों ने गांव में आतंक मचा रखा है. जब तक कार्रवाई नहीं होगी, तब तक बॉडी नहीं लेंगे.

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