भाजपा में खेल प्रकोष्ठ के सह-संयोजक गौरव कुशवाह ने गिरवाई में वकील की जमीन कब्जाने के लिए भाड़े पर गुंडे राजू राजावत व अपने रिश्तेदारों को बुलाया। करीब दस गाड़ियों में सवार होकर हथियारबंद लोग पहुंचे। वकील की जमीन पर काम कर रहे किसान और उसके पूरे परिवार को घेर लिया। जमीन से खदेड़ने के लिए पहले पीटा, फिर जब किसान ने अपने गांव वालों को बुलाया तो गुंडे गोलियां चलाकर भागने लगे। गोली चलने से दहशत फैल गई।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें शहरवासियों ने शहर की कानून-व्यवस्था को लेकर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। देर रात गुंडे राजू राजावत को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उससे पूछताछ जारी है। जबकि मुख्य आरोपित भाजपा नेता व उसके साथी फरार हैं।
क्या है पूरा मामला?
गिरवाई थाना क्षेत्र के अंतर्गत दीक्षित बगिया के पास रहने वाला नरेंद्र कुशवाह वकील केडी दीक्षित की जमीन बटाई पर लिया हुआ है। वह जमीन पर खेती करता है। रविवार दोपहर में वह जमीन पर काम कर रहा था। केडी दीक्षित का उनकी बहन संतोष पांडे से बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। संतोष ने अपने हिस्से की जमीन का सौदा बगैर बटांकन, सीमांकन के ही भाजपा नेता और वार्ड-53 के पूर्व पार्षद के बेटे गौरव कुशवाह से कर लिया। जमीन बेचने के संबंध में अनुबंध हो गया है, अभी रजिस्ट्री नहीं हुई है। बगैर रजिस्ट्री के ही गौरव कुशवाह गुंडे राजू राजावत, रिश्तेदार सुनील कुशवाह, विनोद पाल, सतीश कुशवाह, मोनू चौहान, मनोज शर्मा व करीब आधा सैंकड़ा नकाबपोश लोगों को लेकर दर्जनभर गाड़ियों से पहुंच गया। यह लोग हथियार से लैस थे।
इन लोगों ने नरेंद्र, उसकी मां देवकी व अन्य स्वजनों से जमीन खाली करने के लिए कहा। जब इन लोगों ने कहा कि जमीन बटाई पर ली है तो मारपीट पर उतारू हे गए। गोली मारने की धमकी देना शुरू कर दिया। इसी दौरान गांव के लोग इकट्ठे हो गए तो इन लोगों ने गोलियां चलाई। गोलियां चलाते हुए भाग निकले। ग्रामीणों ने गुंडे राजू राजावत की बंदूक छीन ली। एक गुंडे लाला यादव का नाम भी सामने आया है। वह भी अपने साथियों थे साथ यहां आया था।
विवादित जमीन का सस्ते में सौदा
शहर में विवादित जमीनों का सौदा गुंडों के बल पर भू-माफिया कर रहे हैं। यही गौरव कुशवाह ने भी किया। उसने भाड़े पर गुंडे बुलाए और यहां गोलियां चल गई। गनीमत रही किसी को गोली लगी नहीं।
वृद्धा सहित तीन घायल
नरेंद्र की मां सहित तीन लोगों को चोट लगी है। नरेंद्र के सिर में बंदूक की बट इन गुंडों ने मारी है। इस मामले में गांव के लोगों ने पुलिस पर भी आरोप लगाए हैं उन्होंने कहा कि थाने के आसूचना संकलन को इसकी सूचना थी, इसके साथ ही उन्होंने सांठगांठ की बात भी की है।
सूत्रों का कहना है
सूत्रों के अनुसार थाने के लिए आसूचना संकलन का काम देखने वाले पुलिसकर्मी को इसकी जानकारी थी। यहां विवाद हो सकता था। थाने में भी सूचना दी, लेकिन फिर भी पुलिस सक्रिय नहीं हुई। इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं हो रही हैं। इस गोलीकांड के बाद ग्वालियर पुलिस की सोशल मीडिया पर खूब किरकिरी हुई। वीडियो सामने आया तो पुलिस अधिकारियों के पास फोन भी पहुंचना शुरू हो गए।
पुलिस ने क्या कहा?
एसएसपी धर्मवीर सिंह ने कहा कि गिरवाई में जमीन पर कब्जे को लेकर विवाद हुआ था। इसमें गौरव कुशवाह द्वारा गुंडे बुलाए गए। एक गुंडे को हिरासत में ले लिया गया है। फरार आरोपितों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।