मध्य प्रदेश बीजेपी इन दिनों अपने ही नेताओं के बयानों से मुश्किल में घिरती नजर आ रही है। एक तरफ जहां मंत्री विजय शाह द्वारा कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर दिए गए विवादित बयान की आग ठंडी भी नहीं हुई थी, वहीं दूसरी ओर उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के सेना को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी ने सियासी हलकों में नई बहस छेड़ दी है। अब ताजा मामला सामने आया है बीजेपी सांसद फग्गनसिंह कुलस्ते का, जिनके बयान ने पार्टी के लिए एक और मुश्किल खड़ी कर दी है।
“पाकिस्तान के हमारे आतंकवादियों को जवाब दिया है” — फग्गनसिंह कुलस्ते
MP Faggan Singh Kulaste statement डिंडौरी के अमरपुर में आयोजित मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के एक कार्यक्रम में शामिल हुए सांसद कुलस्ते ने मीडिया से बातचीत करते हुए देश की सेना और बेटियों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि हमें सेना पर गर्व है जिसने पाकिस्तान के आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। लेकिन इसी दौरान उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने कह डाला — “पाकिस्तान के हमारे आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है!”उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है और विपक्ष ने इसे लेकर हमला तेज कर दिया है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं कुलस्ते
फग्गनसिंह कुलस्ते बीजेपी के वरिष्ठ नेता हैं और मोदी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। ऐसे में आतंकियों को “हमारे” कहने जैसे बयान को लेकर उनकी खूब आलोचना हो रही है। जब पत्रकारों ने उनसे मंत्री विजय शाह के विवादित बयान पर प्रतिक्रिया मांगी तो उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की और इसे “व्यक्तिगत मामला” बताकर बात टाल दी।
सिलसिलेवार विवादों से मुश्किल में बीजेपी
यह पहला मौका नहीं है जब बीजेपी नेता सेना या सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील मुद्दों पर विवादित बयान दे रहे हों। पहले विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की, फिर डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा ने भारतीय सेना को “पीएम मोदी के चरणों में नतमस्तक” बताया। दोनों नेताओं ने बाद में सफाई दी, लेकिन विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे।
सवालों के घेरे में पार्टी की छवि
लगातार हो रही जुबान फिसलने की घटनाओं ने पार्टी की छवि पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सेना और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे संवेदनशील मुद्दों पर इस तरह की लापरवाह बयानबाज़ी से न केवल राजनीतिक माहौल गर्म हो रहा है, बल्कि आम जनता में भी नाराजगी देखी जा रही है। अब देखना होगा कि बीजेपी नेतृत्व अपने नेताओं की इस बदजुबानी पर कब और कैसे लगाम लगाता है।