बिहार के दरभंगा जिले से हैरान कर देने वाली खबर है. यहां के बीजेपी विधायक को केस की सुनवाई होने से एक दिन पहले ही जेल भेज दिया गया. विधायक अपनी सजा माफ कराने के लिए कोर्ट पहुंचे थे लेकिन एमपी एमएलए कोर्ट से उनको हिरासत में लेने का आदेश जारी कर दिया गया. जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.
जानकारी के अनुसार दरभंगा जिले के अलीनगर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक मिश्री लाल यादव को तीन माह पहले हुए एक मारपीट के मामले में दोषी ठहराया गया था. कोर्ट ने उनको तीन माह की सजा के साथ ही पांच सौ रुपए का जुर्माना भी लगाया था. कोर्ट का फैसला आने के बाद मिश्री लाल यादव ने अपनी सजा की माफी के लिए एक याचिका दायर की थी.
गुरुवार को विधायक मिश्री लाल यादव अपनी सजा की माफी के लिए कोर्ट पहुंचे थे. इस मामले पर शुक्रवार को सुनवाई होनी थी लेकिन एमपी एमएलए कोर्ट के न्यायधीश करूणा निधि प्रसाद आर्य की बेंच ने सुनवाई से पहले ही उन्हें हिरासत में लेने का आदेश दे दिया.
कोर्ट ने अरेस्ट करने का दिया आदेश
मामले की जानकारी देते हुए वकील अरुण चौधरी ने कहा कि विधायक मिश्री लाल यादव और सुरेश यादव ने अपनी सजा के खिलाफ अपील की थी. लेकिन कोर्ट को यह आशंका थी कि फैसले के दिन ये उपस्थित नहीं रहेंगे. इसलिए कोर्ट ने आदेश दिया कि मिश्री लाल यादव को उपस्थित होना होगा. इसके बाद हिरासत में लेने का आदेश दे दिया गया.
सजा कम कराने पहुंचे थे बीजेपी विधायक
जानकारी के अनुसार पूरा मामला जनवरी 2019 का है. विधायक मिश्री लाल यादव के खिलाफ समैला निवासी उमेश मिश्र ने एक मामला दर्ज कराया था. उमेश मिश्रा ने आरोप लगाया था कि 29 जनवरी 2019 की सुबह छह बजे मार्निंग वॉक के दौरान विधायक मिश्री लाल यादव, सुरेश यादव के साथ करीब बीस से 25 लोगों ने कदम चौक पर घेर कर उनके ऊपर हमला कर दिया था. जिसमें वह घायल हो गए थे. उमेश मिश्रा ने यह भी आरोप लगाया था कि सुरेश यादव ने मारपीट करने के बाद जेब से 2300 रुपये भी निकाल लिए थे.
ये है पूरा मामला
इस पूरी घटना में जांच अधिकारी ने 12 अक्तूबर 2019 को चार्जशीट दाखिल की थी. 17 अप्रैल 2020 को कोर्ट ने संज्ञान लिया था. हालांकि विधायक मिश्री लाल यादव ने इस पूरे केस को झूठा और राजनीति से प्रेरित बताया था. उनका कहना है कि उनको उम्मीद है कि न्यायालय से न्याय मिलेगा.