जन सुराज के डोनेशन पर विवाद… बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने पूछा- घाटे में चल रही कंपनियां चंदा कैसे दे रहीं? PK ने दिया ये जवाब

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद संजय जायसवाल ने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर की पार्टी को मिलने वाले डोनेशन पर सवाल खड़े किए तो दोनों नेताओं के बीच वार-पलटवार शुरू हो गया. संजय जायसवाल ने प्रशांत किशोर की पार्टी को मिलने वाली फंडिंग पर सवाल उठाया कि आखिर किस तरीके से रामसेतु इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी जो 19 करोड़ के घाटे में चल रही है, उसने 14 करोड़ रुपए प्रशांत किशोर को डोनेशन दिया.

इसके बाद संजय जायसवाल ने एक और कंपनी का जिक्र करते हुए कहा कि प्रशांत किशोर को बताना चाहिए कि स्क्वायर स्पेस कंपनी जिसकी कुल हैसियत 10 करोड़ की है, उसका घाटा भी 10 करोड़ है, वो कंपनी भी प्रशांत किशोर को 10 करोड़ का चंदा देती है.

सोशल मीडिया पर लिखते हुए संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार अभी तक लालू प्रसाद के जमीन दान लेने की क्षमता के बारे में जानता है, लेकिन मुझे लगता है कि प्रशांत किशोर घोटाले के मामले में लालू प्रसाद से भी ज्यादा बड़ा डोनेशन लेने वाली हस्ती हैं.

संजय जायसवाल ने जैसे ही प्रशांत किशोर की पार्टी को मिलने वाली फंडिंग और डोनेशन पर सवाल खड़ा किया, तो प्रशांत किशोर ने भी पलटवार किया. हालांकि उन्होंने YSRCP सांसद अयोध्या रामी रेड्डी की एक कंपनी के जरिए डोनेशन मिलने की बात स्वीकार की.

उन्होंने कहा कि अयोध्या रामी रेड्डी मौजूदा संसद में सबसे ज्यादा धनी सांसद हैं. लोकसभा के रिकॉर्ड के मुताबिक उनकी संपत्ति 750 करोड रुपए है. मुझे डोनेशन अयोध्या रामी रेड्डी ने दिया है. मुझे पैसा वो लोग देते हैं, जिनकी मदद मैंने पहले कभी की है. अयोध्या रामी रेड्डी YSRCP के सांसद हैं, उन्होंने अपनी एक कंपनी से जनसुराज को डोनेट किया है. हम जब वहां काम किया करते थे, तब अयोध्या रामी रेड्डी सांसद बने थे.

प्रशांत किशोर ने YSRCP सांसद की कंपनी से डोनेशन मिलने की बात की तो संजय जायसवाल ने फिर सवाल पूछा कि आखिर आंध्र प्रदेश के इन सांसद ने 14 करोड रुपए का डोनेशन एक डूबी हुई कंपनी के जरिए क्यों दिलवाया?

संजय यहीं नहीं रुके, उन्होंने सोशल मीडिया पर इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट से जन सुराज का ऑडिट रिपोर्ट जारी की. जिसमें प्रशांत किशोर ने स्वीकार किया है कि एक कंपनी से उन्हें 14 करोड रुपए का चंदा मिला है और इसी को लेकर संजय ने सवाल उठाया कि आखिर क्यों वित्तीय वर्ष 2023-24 में इलेक्शन कमीशन को जन सुराज ने अपना खर्चा केवल 35000 दिखाया है ?

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