कांग्रेस की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां को कथित तौर पर अपशब्द कहे जाने को लेकर बिहार में सियासत लगातार जारी है. सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से आज गुरुवार को पांच घंटे का बिहार बंद बुलाया गया जिसका राज्य में मिला-जुला असर देखने को मिला. हालांकि बिहार बंद को लेकर RJD नेता तेजस्वी यादव ने इसे सुपर फ्लॉप करार दिया. बीजेपी के लोगों ने सड़कों पर गुंडागर्दी की
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और NDA की ओर से बुलाए गए बिहार बंद पर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव ने दावा करते हुए कहा, “बीजेपी और NDA का बिहार बंद सुपर फ्लॉप रहा. बीजेपी और एनडीए को आज एक भी आम आदमी का समर्थन नहीं मिला, बल्कि बीजेपी के लोगों ने ही सड़कों पर गुंडागर्दी की.” उन्होंने यह भी दावा किया, “महिलाओं और शिक्षकों के साथ बदतमीजी की गई, एंबुलेंस तक रोक दी गई. बिहार बंद के नाम पर आम नागरिकों को जबरन परेशान किया गया.”
पूर्व उपमुख्यमंत्री और सदन में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ये सारी तस्वीरें जो आज बिहार बंद के दौरान देखने को मिलीं, उसे बिहार के एक भी नागरिक का समर्थन नहीं मिला.
इससे पहले तेजस्वी के पिता और राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव ने भी बिहार बंद को लेकर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा, “क्या पीएम मोदी ने अपनी पार्टी के लोगों को आदेश दिया है कि आज पूरे बिहार और बिहारियों की माताओं-बहनों तथा बेटियों को गाली दो? गुजराती लोग बिहारी लोगों को इतने हल्के में न लें? यह बिहार है. बीजेपी के गुंडे और मवाली शिक्षिकाओं, राह चलती महिलाओं, छात्राओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और पत्रकारों को गालियां दे रहे है, यही नहीं उनके साथ हाथापाई कर दुर्व्यवहार कर रहे है? क्या यह उचित है? शर्मनाक.”
धनखड़ साहब कहां हैंः तेजस्वी यादव
नए उपराष्ट्रपति को लेकर RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा, “इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी बी सुदर्शन रेड्डी किसी राजनीतिक दल से जुड़े हुए नहीं हैं. उन्हें चुनाव में हमारे सभी सांसदों का समर्थन मिलेगा. मुझे उन पर पूरा भरोसा है कि वे संविधान और लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और सदन (राज्यसभा) को और बेहतर ढंग से चलाएंगे.
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे और उनके स्वास्थ्य को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा, “आज के समय की मांग है कि ऐसे व्यक्ति को उपराष्ट्रपति नियुक्त किया जाए जो देश के संविधान की रक्षा कर सके और सबको साथ लेकर काम कर सके.” उन्होंने कहा, “यह आश्चर्य की बात है कि यह चुनाव (उपराष्ट्रपति चुनाव) आखिर कराया क्यों जा रहा है? अचानक एक ट्वीट के जरिए से हमें धनखड़ की खराब तबीयत के बारे में पता चला. जबकि इसके पीछे की सच्चाई महज 3 लोगों को पता है, 2 गुजरात से और एक धनखड़ साहब को. लेकिन देश जानना चाहता है कि धनखड़ साहब कहां हैं? क्या उन्हें नजरबंद किया गया है?”