गोंडा: भाजपा जिला कार्यालय का सीसीटीवी फुटेज वायरल होने के मामले ने सियासी गलियारों में गर्मी बढ़ा दी है. सोशल मीडिया पर बवाल मचाने वाले इस प्रकरण की जांच अब मनकापुर थाने के इंस्पेक्टर को सौंपी गई है. छपिया थाने में आईटी एक्ट के तहत दर्ज मामले की विवेचना अब तक सब इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी कर रहे थे, लेकिन नियमों के अनुसार आईटी एक्ट की जांच केवल इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी ही कर सकते हैं। इसी वजह से यह मामला मनकापुर इंस्पेक्टर के हवाले कर दिया गया है। इसकी पुष्टि सीओ मनकापुर उदित नारायण पालीवाल ने की.
वायरल वीडियो में भाजपा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप एक महिला के साथ नजर आ रहे हैं, जिसे लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की चर्चाएं तेज हो गईं। मामले के तूल पकड़ने पर खुद जिलाध्यक्ष व संबंधित महिला सामने आए और सफाई दी। अमर किशोर ने कहा कि महिला को अचानक चक्कर आने पर उन्होंने उसे सहारा दिया था। महिला ने भी यही बात दोहराई.
हालांकि, पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जिलाध्यक्ष को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया है.
तीसरे दिन भी मामला सुलझने के बजाय और उलझता नजर आया। सोशल मीडिया पर पक्ष और विपक्ष के समर्थकों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। भाजपा की एक महिला नेत्री ने इसे ‘राजनीतिक साजिश’ बताते हुए कहा है कि यह पार्टी की छवि को धूमिल करने की साजिश है.
इस मामले ने न केवल जिले की राजनीति को गरमा दिया है, बल्कि भाजपा संगठन के अंदर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं. अब निगाहें जांच रिपोर्ट और पार्टी नेतृत्व की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं.