नई दिल्ली: लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने जिस तरह प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी पर टिपण्णी की, उसे लेकर भाजपा काफी गंभीर है. जब राहुल ये बोल रहे थे तब लोकसभा में पीएम मोदी भी मौजूद थे. इस दौरान एनडीए के नेताओं ने राहुल गांधी पर भारत की छवि खराब करने का भी आरोप लगाया.
यहां तक कि संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने लोकसभा स्पीकर से मुलाकात कर राहुल गांधी के भाषण से ये शब्द हटाने की भी मांग की.
खुद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि राहुल गांधी जानबूझकर झूठ बोल रहे हैं और वह अमेरिका के विदेश सचिव और एनएसए से मिलने गए थे ना कि निमंत्रण पर बात करने. जयशंकर ने कहा कि 2024 में उनकी अमेरिकी यात्रा के दौरान पीएम मोदी के निमंत्रण पर कोई चर्चा ही नहीं की गई थी. सूत्रों की मानें तो बीजेपी राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव भी ला सकती है.
दरअसल, राहुल गांधी ने कहा था कि भारत सरकार ने पिछले साल एस जयशंकर को डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निमंत्रण हासिल करने के लिए अमेरिका भेजा था.
उनके इस बयान पर संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि लोकसभा में राहुल गांधी ने जो कहा है वो बहुत ही निंदनीय है. उन्होंने कहा कि एक देश का मंत्री अमेरिका में जाकर प्रधानमंत्री को इनविटेशन रिक्वेस्ट करने के लिए कैसे कह सकता है.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी महाराष्ट्र पर जो झूठ बोल रहे हैं वो भी गलत है. राहुल गांधी को इतनी भी समझ नहीं है क्या? उन्हें ये मालूम होना चाहिए कि प्रधानमंत्री ही देश को चलाते हैं. इस तरीके का बयान राहुल गांधी का देना या फिर यह कहना कि हिमाचल प्रदेश की आबादी के बराबर महाराष्ट्र में नकली वोटर हैं, ये सरासर गलत है. यह तो इलेक्शन कमीशन को गाली देने जैसा है. इस तरह की झूठी बातें कहकर, राहुल गांधी अपने-आप को नीचा कर रहे हैं.
अपने पद की गरिमा को गिरा रहे राहुल
उन्होंने कहा कि राहुल अपने पद की गरिमा को गिरा रहे हैं. बिना मतलब की बातें लोकसभा में करते रहते हैं. जिस तरीके से पिछली बार बयान दिया था, हमें लगता था कि राहुल गांधी मैच्योर हो गए हैं. लेकिन आज जिस तरह से शुरुआत में कुछ बातें रखीं, मुझे लगा कि वह मैच्योर हो गए हैं. राहुल गांधी सुधर गए हैं. कुछ अच्छी बातें सुनने को मिलेंगी जो हम सुनना चाहते थे. मगर राहुल 5 मिनट के बाद फिसल गए और फिर अपने पुराने स्टाइल में अनाप-शनाप बातें करने लगे. उनको जो कहना है वो कहें, लेकिन प्रधानमंत्री पद की गरिमा और संसदीय नियमों को ध्यान में रखना चाहिए.
झूठ बोलकर वाहवाही लूटना चाहते हैं राहुल गांधी
वहीं, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने कहा कि राहुल गांधी को झूठ बोलने की आदत हो चुकी है और जो बात उन्होंने सदन में कही, उन्हें उसका प्रमाण देना चाहिए. बगैर तथ्य के झूठ बोलकर राहुल गांधी वाहवाही लूटना चाहते हैं और ये सब वो दिल्ली के चुनाव को देखते हुए भी कर रहे हैं.
बहरहाल केंद्र में सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है. एक तरफ विपक्ष महाकुंभ पर चर्चा की मांग कर रहा है और दूसरी तरफ भाजपा प्रधानमंत्री मोदी की अवमानना के मुद्दे को जोरशोर से उठा सकती है. इससे बजट सत्त में सत्तापक्ष और विपक्ष आमने सामने आ सकते हैं.