भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ अरुण उरांव ने बुधवार को हरमू रोड स्थित मीडिया सेंटर में मीडिया से बातचीत की. आरोप लगाया कि INDI एलाइंस ने कोड वर्ड के माध्यम से झारखंड को बेच दिया. मंत्री के करीबी के यहां से 37 करोड रुपए बरामद किए गये हैं. कांग्रेस और JMM के लिए कोड वर्ड के माध्यम से भ्रष्टाचार करना नया नहीं है. भ्रष्टाचार के लिए हमेशा इसका उपयोग करते रहे है. पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का के घर से जो फाइल मिली थी, उसमें भी कोड वर्ड का जिक्र था. मंत्री के पीए ने भी मेंशन किया है कि किस काम के लिए किसे कितना कमीशन दिया गया. पूछा कि मंत्री को कितना कमीशन दिया गया है.
अरुण उरांव ने कहा कि ED ने टेंडर में कमीशन लेने की विस्तृत जानकारी कोर्ट को दी है. चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम को गिरफ्तार करने के बाद ED ने उनसे पूछताछ की. पूछताछ में वीरेंद्र राम ने मंत्री को 3 करोड़ रुपए कमीशन देने की बात स्वीकारी है. इसके बाद ही ED ने कार्रवाई की. मंत्री के पीए के नौकर के घर से नोटों का पहाड़ बरामद किया गया. भ्रष्टाचार का मामला उजागर होने और नोट बरामद होने के बाद भी आलमगीर आलम में शर्म और नैतिकता नहीं बची है. पद से इस्तीफा नहीं दे रहे. मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन को इसका संज्ञान लेकर उन्हें मंत्रिमंडल से तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए.
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि जनता इन लोगों की कारस्तानी देख रही है. आने वाले विधानसभा चुनाव में भी जनता उन्हें करारा जवाब देगी. भ्रष्ट नेता, मंत्री और सरकार को उखाड़ फेंकेगी. उन्होंने कहा कि इंडी एलाइंस की कारगुजारियों को देखते हुए उन्हें नया नाम हिज मास्टर करप्ट एलाइंस देना उचित होगा. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि न्यायालय से भी हेमंत सोरेन को बेल नहीं मिल रही है, इससे स्पष्ट होता है कि उन पर भ्रष्टाचार के कितने गंभीर आरोप हैं. INDI एलाइंस वालों को भाजपा पर आरोप लगाने से बाज आना चाहिए. जनता के पैसे को लूटकर तिजोरी भरने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. अब तक लाखों करोड़ों रुपए की रिकवरी ईडी और सीबीआई ने की है. जनता के पैसों को लूटने वालों से पाई पाई की वसूली होगी. भ्रष्ट लोगों को जेल में डाला जायेगा.