छत्तीसगढ़ भाजपा का संगठनात्मक मंथन राजधानी रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में शुरू हो गया है। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य संगठन की मजबूती और आगामी राजनीतिक रणनीति तय करना है। इसमें प्रदेश भाजपा के सभी नए पदाधिकारियों को मार्गदर्शन दिया जा रहा है।
बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश और प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन पदाधिकारियों को संगठनात्मक कार्यों और जिम्मेदारियों पर क्लास ले रहे हैं। इसमें प्रदेश नेतृत्व के वरिष्ठ नेताओं के साथ 476 मंडलों और 36 संगठन जिलों के अध्यक्ष, प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य, विभिन्न मोर्चों और प्रकोष्ठों के पदाधिकारी शामिल हैं।
बैठक पूरे दिन चलेगी और इसमें केंद्र व राज्य सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने की रणनीति पर जोर दिया जाएगा। साथ ही पदाधिकारियों को यह भी बताया जा रहा है कि संगठनात्मक स्तर पर किस तरह योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाया जा सके।
भाजपा ने हाल ही में बड़े पैमाने पर सदस्यता अभियान चलाकर करीब 60 लाख नए सदस्य बनाए थे। इसके बाद बूथ स्तर पर संगठनात्मक चुनाव कराए गए। प्रदेश में पहले 405 मंडल थे, जिन्हें बढ़ाकर 476 किया गया है। इसी तरह जिलों की संख्या भी बढ़ाकर 36 कर दी गई है।
इस बार कई मंडलों और जिलों में नए चेहरों को जिम्मेदारी दी गई है, जबकि सिर्फ रायपुर ग्रामीण जिले में पुराने अध्यक्ष को दोबारा मौका मिला है। संगठन का मानना है कि नए नेतृत्व के आने से कार्य में ऊर्जा और गति आएगी।
बैठक में शामिल नेताओं का मानना है कि यह आयोजन भाजपा के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। राष्ट्रीय स्तर से आए वरिष्ठ नेता कार्यकर्ताओं को संगठन की कार्यशैली, अनुशासन और चुनावी रणनीति की बारीकियां समझा रहे हैं। आने वाले समय में पार्टी किन मुद्दों को प्राथमिकता देगी और किन कार्यक्रमों के माध्यम से जनता से जुड़ाव बढ़ाएगी, इस पर भी मंथन हो रहा है।
भाजपा के लिए यह बैठक भविष्य की राजनीतिक दिशा और संगठनात्मक मजबूती तय करने का अहम पड़ाव मानी जा रही है।