केंद्र सरकार पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्मारक बनाने जा रही है. इसे लेकर सरकार ने स्मारक के लिए राष्ट्रीय स्मृति में जगह को मंजूरी भी दे दी है. अब इसे लेकर कांग्रेस ने केंद्र पर निशाना साधा है.
कांग्रेस सांसद तारिक अनवर ने प्रणब मुखर्जी स्मारक को लेकर कहा कि बीजेपी के पास अपनी कोई विरासत नहीं है इसलिए वे दूसरी पार्टी से विरासत छीनना चाहते हैं. उन्होंने सरदार पटेल की मूर्ति बनाई और कोशिश की कि पटेल को अपना दिखाएं. इस बार वही काम वो लोग प्रणब मुखर्जी के साथ कर रहे हैं. लेकिन प्रणब मुखर्जी कांग्रेस की उपज और पैदावार थे.
कांग्रेस बहाने बनाना बंद करे। राहुल गांधी 'न्यू ईयर' की छुट्टियों के लिए वियतनाम गए हैं, वह भी स्टडी टूर के नाम पर। श्रद्धेय मनमोहन सिंह जी रहें या न रहें, उनकी छुट्टियां तो हमेशा जारी रहती हैं। #DelhiPressMeet pic.twitter.com/KEpSSvzW4Q
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) January 7, 2025
इस पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने कहा कि मनमोहन सिंह, नरसिम्हा राव जो भी हो. जो भी गांधी परिवार से बाहर के लोग होते हैं, उनके लिए कांग्रेस के मन में सम्मान नहीं होता. मनमोहन सिंह जी की अंतिम यात्रा को लेकर कांग्रेस ने तमाशा किया लेकिन इन लोगों का पर्दाफाश उस दिन हुआ जब अगले दिन ही राहुल गांधी विदेश चले गए. मनमोहन जी के लिए राहुल गांधी के मन में कोई सम्मान नहीं है. राहुल गांधी को सीधे-सीधे बोल देना चाहिए कि मनमोहन सिंह रहे या नहीं रहे लेकिन मैं नए साल की छुट्टियां मनाना नहीं छोड़ूंगा.
उन्होंने कहा कि सरकार का यह फैसला प्रणब मुखर्जी को उनके संघ प्रेम के लिए उपहार भी है. प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नागपुर मुख्यालय में शीश झुकार संघ संस्थापक हेडगेवार को धरती पुत्र की उपाधि से नवाजा था. मुखर्जी ने संसद भवन में सावरकर का चित्र लगवाने में भी अहम भूमिका निभाई थी.
इस विवाद पर कांग्रेस सांसद कुंवर दानिश अली ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर पक्षपात का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने मौत पर घिनौनी राजनीति करते हुए मनमोहन सिंह के लिए राजघाट स्मारक स्थल पर जगह की समूचे देश की मांग ठुकराते हुए प्रणब मुखर्जी के स्मारक के लिए उसी स्थान पर जमीन दे दी है. यह एक निम्न स्तर की राजनीति है और देश में आर्थिक क्रांति लाने वाले प्रधानमंत्री का घोर अपमान है.
मोदी सरकार ने मौत पर घिनौनी राजनीति करते हुए मनमोहन सिंह के लिए राजघाट स्मारक स्थली पर जगह की समूचे देश की माँग ठुकराते हुए प्रणब मुखर्जी के स्मारक के लिए उसी स्थान पर ज़मीन दे दी है।यह एक निम्न स्तर की राजनीति है और देश में आर्थिक क्रांति लाने वाले प्रधानमंत्री का घोर अपमान है।
— Kunwar Danish Ali (@KDanishAli) January 7, 2025
बता दें कि प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने ट्वीट कर जानकारी दी थी कि केंद्र सरकार ने प्रणब मुखर्जी का स्मारक बनाने को मंजूरी दी है. उन्होंने बताया कि बाबा का स्मारक बनाने के फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार का तहे दिल से आभार. यह इसलिए भी अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि हमने इसके लिए कहा भी नहीं था. प्रधानमंत्री के इस अप्रत्याशित और उदार कदम से मैं बेहद प्रभावित हूं.
बीते दिनों शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के उस प्रस्ताव की आलोचना की थी, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक अलग स्मारक बनाने की मांग की गई थी. खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री के स्मारक के लिए दिल्ली में जमीन आवंटित करने की मांग की थी.