मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पदों के चुनाव पर जमकर बवाल हुआ. भाजपा कार्यकर्ताओं ने घंटों हंगामा करते हुए कलेक्टोरेट कार्यालय में ताला जड़ दिया. दरअसल, सोमवार को उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी की जीत हुई जिस पर भाजपा कार्यकर्ता भड़क गए.
कलेक्टर के खिलाफ ही बीजेपी कार्यकर्ता नारेबाजी करते रहे. मामले में कांग्रेस ने भाजपा जिलाध्यक्ष चंपा देवी पावले के खिलाफ FIR दर्ज कराने की मांग की है. इसे लेकर राज्य निर्वाचन आयुक्त से शिकायत भी गई है.
अध्यक्ष पद का चुनाव लॉटरी से हुआ
MCB जिला गठन के बाद जिला पंचायत का पहला चुनाव हुआ है. जिला पंचायत के लिए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव सोमवार को हुआ. निर्धारित समय पर अध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस समर्थित प्रिया सिंह और भाजपा समर्थित यशवंती रविशंकर सिंह ने नामांकन दाखिल किया.
दोनों प्रत्याशियों को पांच-पांच वोट मिले। मुकाबला बराबरी का होने पर अध्यक्ष का चुनाव लॉटरी से किया गया. लॉटरी सिस्टम में भाजपा समर्थित यशवंती रविशंकर को जीत मिली और उन्हें अध्यक्ष घोषित किया गया.
उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव के बाद बवाल
इसके बाद उपाध्यक्ष पद के लिए कांग्रेस समर्थित राजेश साहू और भाजपा से उजित नारायण सिंह ने नामांकन दाखिल किया. चुनाव में राजेश साहू को 6 और भाजपा के उजित नारायण सिंह को 4 मत मिले.
चुनाव परिणाम घोषित होते ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर दिया. भाजपा जिलाध्यक्ष चंपा देवी पावले के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कलेक्टोरेट पहुंचकर हंगामा करते हुए कलेक्टोरेट में ताला बंद कर दिया और कलेक्टर परिसर के अंदर धरने पर बैठकर नारेबाजी शुरू कर दी.
बीजेपी का कहना था कि, चुनावी प्रक्रिया में नॉमिनेशन, फॉर्म की जांच के बाद वोटिंग होती है जिसके बाद काउंटिंग और रिजल्ट की घोषणा का समय तय रहता है. बीजेपी का आरोप यह है कि, तय समय से पहले काउंटिंग की गई और फिर रिजल्ट भी घोषित कर दिया गया.
इसे लेकर बीजेपी ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की मांग रखी. बताया जा रहा है कि, कलेक्टर ने इसकी जांच भी कि और फिर आवेदन को गलत पाए जाने पर इसे खारिज कर दिया. इसे लेकर बीजेपी कार्यकर्ता नारेबाजी करने लगे.
राज्य निर्वाचन आयोग से शिकायत
मामले को लेकर कांग्रेस भी आक्रामक है. कांग्रेस जिलाध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष चंपा देवी पावले सहित अन्य भाजपा पदाधिकारियों के द्वारा जिला निर्वाचन अधिकारी और पीठासीन अधिकारी को कैद करने का आरोप लगाया है.
आरोप के साथ ही मामले में FIR दर्ज करने की मांग भी की है। कांग्रेस ने इसे भाजपा की बौखलाहट बताया है. पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि, अपनी ही सरकार में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी हार के बाद भाजपा की बौखलाहट को दर्शाता है.
जिला पंचायत में यह है स्थिति
जिला पंचायत के 10 सीटों के लिए हुए चुनाव में भाजपा समर्थित 3 और कांग्रेस समर्थित 3 प्रत्याशी जीते थे.
2 गोंडवाना समर्थित और एक AAP समर्थित प्रत्याशी को जीत मिली थी.
एक सीट पर भाजपा के बागी निर्दलीय प्रत्याशी ने जीत दर्ज की थी.
अध्यक्ष पद के लिए भाजपा-कांग्रेस को 5-5 मत मिले, जबकि उपाध्यक्ष पद पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया.