भाजपा युवा मोर्चा के (BJYM) के अध्यक्ष राहुल टिकरिहा पर अवैध संबंध का आरोप लगा है। एनएसयूआई नेता अमन वर्मा की सोशल मीडिया आईडी से पोस्ट और ऑडियो वायरल किया गया। इस ऑडियो में भाजयुमो अध्यक्ष और उनके चाचा रविकांत की 13 मिनट की चर्चा है।
इस वायरल ऑडियो ने छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारे में विवाद छेड़ दिया। इस विवाद में मंगलवार 2 सितंबर को भाजयुमो अध्यक्ष राहुल टिकरिहा भी कूद गए। भाजयुमो अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर इन सभी आरोपों को नकारा और उनको बदनाम करने वालों पर मुकदमा दर्ज कराने की बात कही।
कोर्ट में मिल चुकी है क्लीनचिट
भाजयुमो अध्यक्ष ने कहा कि, 2022 के इस मामले में उन्हें कोर्ट से क्लीनचिट मिल चुकी है। हर बाद जब उनको नई जिम्मेदारी मिलती है, तो बदनाम करने के लिए ये ऑडियो और घटनाएं वायरल कर दी जाती है। हर बार व्यक्तिगत हमला होता था, तो वो अपने स्तर में निपटाते थे। विपक्ष ने इस बार उनके साथ पार्टी की छवि धूमिल करने की कोशिश की, इसलिए इस बार वे कानूनी कार्रवाई करेंगे।
मंच से कांग्रेस नेता आशीष छाबड़ा पर लगाए आरोप
भाजयुमो अध्यक्ष ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दाैरान कांग्रेस नेता आशीष छाबड़ा पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि, आशीष छाबड़ा ने उन पर झूठे मुकदमे लगवाए और पांच बार जेल भिजवाया है।
उन्होंने कहा कि, जिस रविकांत को उनका चाचा बताया जा रहा है, वो उनके केवल परिचित है, उनसे रिश्तेदारी नहीं है। रविकांत टिकरिहा का कांग्रेस नेता आशीष छाबड़ा के यहां उठना बैठना है और राजनीतिक विवाद के चलते ये आरोप लगाए जा रहे है।
रविकांत टिकरिहा ने सामाजिक कार्रवाई की मांग की थी
बेमेतरा जिले के ग्राम सिलघट निवासी रविकांत टिकरिहा ने आरोप लगाया कि राहुल के कारण उनका परिवार टूट गया। रविकांत ने पत्र में लिखा कि उनकी शादी 2015 में हुई थी और उनके घर एक बेटी का जन्म हुआ, जो अब करीब 9 साल की है। उन्होंने दावा किया कि पारिवारिक जीवन सामान्य था, लेकिन समय के साथ मतभेद बढ़े और 20 दिसंबर 2024 को परिवार न्यायालय ने संबंध विच्छेद का आदेश दे दिया।
रविकांत ने आरोप लगाया कि इस पूरे प्रकरण के पीछे राहुल टिकरिहा का हाथ है, जिसके कारण उनका घर-परिवार बर्बाद हो गया और बेटी मां से वंचित हो गई। उन्होंने मांग की कि भाजपा को ऐसे व्यक्ति के खिलाफ सामाजिक और राजनीतिक कार्रवाई करनी चाहिए।
नवनियुक्त अध्यक्ष पर आरोप प्रदेश की अस्मिता के लिए गंभीर
विवाद गहराने के बाद छत्तीसगढ़ प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रभारी सचिव अमिताभ घोष ने कहा कि ये उनका पर्सलन मामला है, लेकिन भाजपा सत्ता में है। उनके नवनियुक्त अध्यक्ष पर ऐसे आरोप लगना प्रदेश की अस्मिता के लिए गंभीर विषय है।