सोनभद्र : किसानों के हिस्से की खाद को गोदाम में छिपाकर रखने का एक बड़ा मामला सोनभद्र में उजागर हुआ है.जिलाधिकारी (डीएम) बी.एन. सिंह के कड़े निर्देशों पर की गई एक औचक छापेमारी में, मां विंध्यवासिनी कोल्ड स्टोरेज के एक गोदाम से भारी मात्रा में यूरिया और डीएपी खाद बरामद की गई है। इस कार्रवाई ने खाद की कालाबाजारी करने वालों के ‘अवैध धंधे’ पर एक ज़ोरदार प्रहार किया है.
मिली जानकारी के अनुसार, मंगलवार को डीएम बी.एन. सिंह को गोपनीय सूत्रों से जानकारी मिली थी कि एक गोदाम में किसानों की जरूरत की खाद को अवैध रूप से जमा करके रखा गया है। इस सूचना के बाद, उन्होंने तत्काल एक टीम का गठन किया, जिसमें उप-जिलाधिकारी (एसडीएम) ओबरा, ए.आर. को-ऑपरेटिव और खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) जैसे वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे.
जब टीम ने मां विंध्यवासिनी कोल्ड स्टोरेज के गोदाम पर छापा मारा, तो अधिकारी भी हैरान रह गए. गोदाम के अंदर 1150 बोरी नवरत्न यूरिया और 78 बोरी डीएपी खाद अवैध रूप से रखी हुई मिली। यह कुल मिलाकर 1228 बोरी खाद थी, जिसका इस्तेमाल सीधे किसानों को राहत देने के लिए होना चाहिए था.
मौके पर मौजूद अधिकारियों ने पाया कि यह भंडारण पूरी तरह से अवैध था और इसे जानबूझकर किसानों तक पहुंचने से रोका जा रहा था.इस मामले की गंभीरता को देखते हुए, टीम ने तुरंत एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की और उसे जिलाधिकारी को सौंपा.
डीएम बी.एन. सिंह ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लिया है.उन्होंने तत्काल जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि इस अवैध भंडारण के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए.साथ ही, उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है कि भविष्य में इस तरह की कालाबाजारी को रोकने के लिए खाद की दुकानों और गोदामों का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए.
यह कार्रवाई दिखाती है कि प्रशासन किसानों के हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.उम्मीद है कि इस तरह की सख्त कार्रवाई से कालाबाजारी करने वाले लोगों में डर पैदा होगा और खाद समय पर ज़रूरतमंद किसानों तक पहुंच पाएगी.