परासिया : नए साल की शुरुआत खूनी रही. बचपन के दोस्त ने दुसरे दोस्त की कार से कुचलकर जान लें ली. मामला साल की अंतिम रात का है. परासिया के वार्ड क्रमांक दो निवासी मृतक जितेन्द्र उर्फ पप्पू 34साल रात साढ़े ग्यारह बजे खाना खा कर अपने कमरे में सोने चला गया था उसी समय उसके दोस्त खिरसाडोह निवासी अंकित ने फोन कर उसे घर से बाहर निकलने के लिए कहा.
दोस्त का फोन सुनकर मृतक घर के बाहर निकल गया. कुछ देर बाद बाहर से मारपीट की आवाज सुनाई देने पर मृतक की बहन अपनी बड़ी बहन के साथ बाहर निकली तो देखा की जितेन्द्र जमीन पर गिरा हुआ है.सामने सफेद कलर की एक कार से आरोपी भागने का प्रयास कर ने लगे. बहनों ने कार को रोकने का प्रयास किया लेकिन आरोपी जमीन पर पड़े जितेन्द्र को कुचलकर भागने में सफल हों गए. घायल जितेंद्र को परिजनों ने परासिया अस्पताल पहुंचाया जहां पर डॉक्टर ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया.
अस्पताल में हुआ हंगामा
देर रात घायल जितेंद्र को लेकर अस्पताल पहुंचे परिजनों ने अस्पताल में डॉक्टर के नहीं होने के चलते हंगामा खड़ा कर दिया घटना की सूचना मिलते ही एसडीओपी जितेन जाट और खंड चिकित्सा अधिकारी अस्पताल पहुंचे उन्होंने परिजनों को समझाइए देते हुए त्वरित ही इलाज की व्यवस्था कराई लेकिन इस बीच काफी देर हो चुकी थी बताया जा रहा है कि मृतक के सर से काफी मात्रा में खून बहने के कारण उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो चुकी थी.
बचपन के दोस्त है मृतक और आरोपी
मृतक जितेंद्र और आरोपी बचपन के दोस्त हैं. घटना वाले दिन आरोपी और मृतक के बीच फोन पर किसी बात को लेकर कहां सुनी हुई जो कि दिनभर चलती रही साल के अंतिम दिन दोनों दोस्तों के बीच किसी बात को लेकर कहा सुनी खूनी संघर्ष में बदल गई बताया जा रहा है कि मृतक एक कपड़े की दुकान में काम करता है तथा आरोपी ठेकेदारी करता है.
दोनों के बीच कुछ पैसों का लेनदेन था जिसे लेकर विवाद की बात सामने आ रही है घटना के दूसरे दिन मौके पर पहुंची एफएसएल की टीम घटनास्थल का मुआयना करते हुए शव का भी पंचनामा बनाया मृतक के सर में गहरे घाव तथा पीठ में टायर के निशान मिले हैं जिसके आधार पर यह माना जा रहा है कि आरोपी ने मृतक के सिर में रोड आदि से बाहर कर उसे घायल कर दिया तथा बाद में कार से कुचल कर उसकी हत्या कर दी.
तड़के 4 बजे आरोपी को पुलिस ने किया राउंड अप
नए साल की रात में अपने दोस्त की जान लेने वाले खिरसा डोह निवासी अंकित त्रिपाठी एवं अन्य को पुलिस ने तड़के 4:00 बजे राउंड ऑफ करते हुए उसे उसके घर से उठा लिया. अनुविभागीय पुलिस अधिकारी जितेंद्र जाट ने बताया कि मृतक और आरोपी दोनों बचपन के दोस्त थे दोनों के बीच किसी लेनदेन को लेकर विवाद हो गया. आरोपी अंकित त्रिपाठी ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी. मामले में जांच जारी है.